जेल में बंदियों ने गाया आत्मनिर्भर भारत गीत
जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को व्यापक बनाने और इसके प्रति जन जागरूकता को बढ़ाने के लिए गीत की रचना की और फिर इसे गाया। जिला कारागार अधीक्षक के निर्देशन में इस गीत की रिकॉर्डिग कराई गई। बाद में अधीक्षक ने इस प्रेरक गीत को अपने यू ट्यब चैनल पर अपलोड कर दिया।
जेएनएन, पीलीभीत : जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को व्यापक बनाने और इसके प्रति जन जागरूकता को बढ़ाने के लिए गीत की रचना की और फिर इसे गाया। जिला कारागार अधीक्षक के निर्देशन में इस गीत की रिकॉर्डिग कराई गई। बाद में अधीक्षक ने इस प्रेरक गीत को अपने यू ट्यब चैनल पर अपलोड कर दिया।
कोरोना जैसी महामारी और लॉकडाउन के दौर में पीलीभीत जिला कारागार में अभिनव प्रयोग होते रहे हैं। यहां रहने वाले बंदियों ने इसकी शुरुआत मास्क तैयार करके ही। प्रतिदिन एक हजार मास्क बनाए गए। बनाए गए मास्क सरकारी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही अन्य जरूरतमंद लोगों को मुहैया कराए गए। इसके अलावा कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या क्या सावधानी बरतना चाहिए, इससे प्रति जनजागरूकता को बढ़ाने के लिए दीवारों पर चित्रकारी कराई गई। जिसमें बंदियों के भीतर छिपी प्रतिभा उजागर हुई। खुद कारागार अधीक्षक अनूप मानव शास्त्री ने चिड़ियों का संदेश नामक गीत तैयार किया और फिर उसे अपना स्वर भी दिया। यह गीत यू ट्यूब पर खूब लोकप्रिय हो रहा है। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर फ्लैक्सी में फिल्मी संवादों को कोरोना से लड़ने का संदेश देने वाला बनाकर कलाकारों के साथ दर्शाया गया। अब इसी कड़ी में जिला कारागार के अधीक्षक के निर्देशन में गीत तैयार कर गायन किया गया। इसकी रिकॉर्डिंग भी कराई गई है। गीत की रचना बंदी अनुपम ने की तथा दूसरे बंदी देवेंद्र ने गीत को स्वर दिया। जेल अधीक्षक ने मंगलवार को प्रेरक गीत को भी यू ट्यूब के अपने चैनल पर अपलोड करा दिया है। उनका कहना है कि बंदियों की ओर से लगातार रचनात्मक कार्य किए जाते रहे हैं। उसी कड़ी में आत्मनिर्भर भारत अभियान पर गीत की रचना की गई है।