इतिहास में दर्ज हो जाएगी टनकपुर रेल लाइन
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इज्जतनगर मंडल की पीलीभीत-टनकपुर रेल लाइन 16 जून को इतिहास के पन्ने में दर
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इज्जतनगर मंडल की पीलीभीत-टनकपुर रेल लाइन 16 जून को इतिहास के पन्ने में दर्ज हो जाएगी। इस दिन रेल लाइन मेगा ब्लॉक ले लिया जाएगा। मेगा ब्लॉक लेने के बाद ब्रॉडगेज के काम में तेजी आएगी। वहीं मझोला व न्यूरिया हुसैनपुर स्टेशनों के सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है।
पीलीभीत-टनकपुर रेल खंड का निर्माण वर्ष 1912 में किया गया, तब से रेलगाड़ियों का संचालन हो रहा है। मीटर गेज लाइन सीधे उत्तराखंड के टनकपुर कस्बे को जोड़ती है। टनकपुर के समीप चंपावत जनपद में मां पूर्णागिरि देवी का मंदिर है, जहां पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इस लिहाज से यह लाइन महत्वपूर्ण है। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 28 नवंबर 2015 को भोजीपुरा-पीलीभीत-टनकपुर खंड के 101.79 किमी के अमान परिवर्तन परियोजना का शुभारंभ किया था। यह मार्ग वर्ष 2007-08 में रेल मंत्रालय से मंजूर हो चुका है। इस पर 195.64 करोड़ की लागत आएगी। इस खंड पर 13 बड़े व 108 छोटे पुल है। वर्तमान में भोजीपुरा-पीलीभीत रेल खंड का काम अंतिम चरणों में चल रहा है। अब पीलीभीत-टनकपुर मीटर गेज लाइन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। अब सिर्फ दस दिन रह गए हैं। इस लाइन पर छोटी-बड़ी पुलियों का निर्माण किया जा चुका है। न्यूरिया हुसैनपुर स्टेशन के प्लेटफार्म को ऊंचा करने का कार्य किया जा चुका है। मझोला पकड़िया स्टेशन के सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। वहीं खटीमा स्टेशन पर काम तेजी से चल रहा है। मेगा ब्लाक लेते ही काम में और तेजी आ जाएगी। पीलीभीत से टनकपुर रेल खंड की दूरी महज 61 किमी की है, जिसमें न्यूरिया हुसैनपुर, मझोला पकड़िया, खटीमा, बनवसा, टनकपुर आदि स्टेशन पड़ते हैं।