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डेढ़ घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर निकाले जा सके यात्री

यात्रियों से भरी बोलेरो (पिकअप) को टक्कर मारने के बाद बस करीब दो सौ मीटर दूर एक पेड़ को उखाड़ती हुई सड़क किनारे खेत में पलट गई। बोलेरो भी सड़क पर पलट जाने से उसमें बैठे यात्री भी बुरी तरह से फंस गए। इसबीच आस पास के लोग उन्हें निकालने की कोशिश करते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 12:57 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 05:09 AM (IST)
डेढ़ घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर निकाले जा सके यात्री
डेढ़ घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर निकाले जा सके यात्री

पीलीभीत,जेएनएन : यात्रियों से भरी बोलेरो (पिकअप) को टक्कर मारने के बाद बस करीब दो सौ मीटर दूर एक पेड़ को उखाड़ती हुई सड़क किनारे खेत में पलट गई। बोलेरो भी सड़क पर पलट जाने से उसमें बैठे यात्री भी बुरी तरह से फंस गए। इसबीच आस पास के लोग उन्हें निकालने की कोशिश करते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली।

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थाना सेहरामऊ उत्तरी पुलिस को हादसे की जानकारी दी गई। कोतवाली और सेहरामऊ थाने की गढ़वाचौकी की पिकेट के सिपाही मौके पर पहुंच गए। करीब आधा घंटे बाद सेहरामऊ, पूरनपुर कोतवाली से बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। बस में बुरी तरह से फंसे लोगों को निकालने की जद्दोजहद शुरू हुई। यात्रियों को बस से निकालने में दिक्कत आने पर जेसीबी को बुलाया गया। जेसीबी की मदद से बस में फंसे लोगों को निकाला जा सका। ढाई बजे से शुरू हुआ रेस्क्यू अभियान करीब चार बजे तक जारी रहा। एम्बुलेंस के अलावा पुलिस की जीप से भी घायलों को अस्पताल पहुंचाया जाता रहा। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश अन्य थानों की पुलिस फोर्स लेकर मौके पर जुटे रहे। पुलिस अधीक्षक नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। उनकी देखरेख में घायलों का उपचार और गंभीररूप से घायल हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजने का क्रम चलता रहा।

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विपरीत दिशा में बस से हुई टक्कर

पिथौरागढ़ से बहराइच के लोगों को ले जा रही बोलेरो अपनी दिशा में चल रही थी। अचानक सामने से विपरित दिशा में आकर बस की टक्कर हुई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बड़ी चूक के कारण यह हादसा हुआ। असमय ही नौ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। हादसे को लेकर आस पास के लोग बेहद व्यथित नजर आए।

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मजदूरी कर लौट रहे थे बोलेरो सवार

बोलेरो में सवार नानपारा बहराइच के लोग पिथौरागढ़ में लकड़ी का काम करते थे। गाड़ी को पिथौरागढ़ असकोट गांव का सूरज चला रहा था। दस लोग सवार थे। शुक्रवार को पिथौरागढ़ से सभी एक ही जगह से बैठे थे। सूरज ने बताया कि हादसे के बाद उसे आधे घंटे तक होश नहीं आ सका। आंख खुली तो चीख पुकार मची हुई थी।


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