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फर्जी दस्तावेज तैयार कर मेडिकल में दिला देते थे दाखिला, पांच गिरफ्तार

फर्जी दस्तावेज तैयार कर नीदरलैंड की एक विश्व विद्यालय (विवि) में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने वाले गिरोह में शामिल पांच आरोपितों को कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान अनुज द्विवेदी निवासी दिलशाद गार्डन दिल्ली, सुशील कुमार निवासी लाजपत नगर दिल्ली, राघव ¨सह निवासी कृष्णा विहार लोनी गाजियबाद, मारूत शर्मा निवासी सेक्टर 5

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 09:56 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 09:56 PM (IST)
फर्जी दस्तावेज तैयार कर मेडिकल में दिला देते थे दाखिला, पांच गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज तैयार कर मेडिकल में दिला देते थे दाखिला, पांच गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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फर्जी दस्तावेज तैयार कर नीदरलैंड के एक विश्वविद्यालय (विवि) में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने वाले गिरोह में शामिल पांच आरोपितों को कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान अनुज द्विवेदी निवासी दिलशाद गार्डन दिल्ली, सुशील कुमार निवासी लाजपत नगर दिल्ली, राघव ¨सह निवासी कृष्णा विहार लोनी गाजियाबाद , मारुत शर्मा निवासी सेक्टर 58 फरीदाबाद और हरजीत ¨सह निवासी सरस्वती विहार दिल्ली के रूप में हुई। सेक्टर 58 स्थित इनके दफ्तर से पुलिस ने पांच लाख 68 हजार रुपये नकद, एक लैपटाप, दो ¨प्रटर, एक सीपीयू, कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज के अलावा गाजियाबाद के एक डाक्टर व पुलिस के फर्जी दस्तावेज, शिप्रा पुलिस चौकी की फर्जी मुहर सहित अन्य सामान बरामद किया है। प्रभारी इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना ने बताया कि आरोपित सेक्टर 58 के ए ब्लाक स्थित एक बि¨ल्डग में सैंट मार्टिन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस का बोर्ड लगाकर ऑफिस चला रहे थे। आरोपित नीदरलैंड के एक विवि में एमबीबीएस में दाखिला कराने के लिए अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूल करते थे। गिरफ्तार आरोपित अनुज द्विवेदी निदेशक, सुशील कुमार डेटा इंट्री ऑपरेटर, राघव ¨सह मुख्य वित्त अधिकारी, मारुत शर्मा काउंसलर व एडमिशन मैनेजर के अलावा हरजीत ¨सह आइटी हेड के रूप में ऑफिस में काम करता था। पूछताछ में पता लगा है कि इस कंपनी का संचालक अमेरिका में रह रहा है। इंस्पेक्टर के मुताबिक नीदरलैंड के विवि में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के लिए आरोपित अभ्यर्थियों को पूरा पैकेज देकर मोटी रकम वसूल करते थे। इसमें आवेदक को पुलिस सत्यापन, चिकित्सकीय प्रमाण पत्र व जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ती है। आरोपित इन प्रपत्रों के लिए आवेदक से मोटी रकम लेकर खुद ही फर्जी तरीके से प्रपत्र तैयार कर लेते थे। इसके लिए आरोपित वर्ष 2012 से ही गाजियाबाद के एक डाक्टर का फर्जी लेटर हेड का इस्तेमाल कर रहे थे। डाक्टर को भी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद उनके लेटर हेड के फर्जी इस्तेमाल का पता लगा। वहीं बरामद हुई शिप्रा पुलिस चौकी की फर्जी मुहर से पुलिस सत्यापन के लिए प्रपत्र तैयार कर लेते थे। आरोपितों के खिलाफ सेक्टर 62 निवासी राम प्रकाश शर्मा ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने एक परिचित के बेटे का एमबीबीएस में दाखिले के लिए आरोपितों से सपंर्क किया था। आरोपितों ने उनसे 50 हजार रुपये लिए थे और इसके बाद फर्जी दस्तावेज बनाने की बात कहने लगे। क्षेत्राधिकारी द्वितीय राजीव कुमार ¨सह ने कहा कि डिग्री और दाखिले की प्रक्रिया सही है या गलत यह अभी जांच का विषय है। आरोपितों के पास से फर्जी दस्तावेज और शिप्रा गाजियाबाद पुलिस चौकी की फर्जी मुहर, एक डाक्टर के फर्जी लेटर हेड सहित अन्य सामान बरामद हुए हैं।


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