दस साल बाद मिली जेल से आजादी, बाहर आते ही हुए भावुक
जिला कारागार में निरूद्ध सजायाफ्ता दो बंदी को 72वें स्वतंत्रता दिवस के दिन रिहा किया गया। करीब दस साल बाद जेल की चारदीवारी से बाहर आते ही इनके आंखों से आंसू की बूंदे टपक पड़ी। आंखों में अपनों से मिलने की खुशी तो दस साल तक चारदीवारी में सजा काटने का दर्द भी साफ दिखाई दे रहा था। कारागार प्रशासन ने दोनों बंदियों के रिहाई के बाद राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की मिठाई खिला कर मुंह मीठा कराया व समाज के बीच अहम योगदान देने के लिए प्रेरित किया। गौतमबुद्ध नगर कारागार प्रशासन ने बताया कि एक सामाजिक संस्था के प्रयास से दोनों बंदियों को जेल से रिहा कराया गया। बंदी मेघू उर्फ विजय पुत्र हरपाल को धारा 376 के एक मामले में न्यायालय ने दोषी करार देते हुए दस वर्ष की सजा व 12 हजार रूपये का अर्थदंड लगाया था। कारावास की सजा पूरी करने के बाद वह अर्थदंड देने में अक्षम था।
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : जिला कारागार में निरुद्ध सजायाफ्ता दो बंदियों को 72वें स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किया गया। करीब दस साल बाद जेल की चारदीवारी से बाहर आते ही वह परिजनों को देख भावुक हो गए। कारागार प्रशासन ने दोनों बंदियों के रिहाई के बाद राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया व समाज के बीच अहम योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
गौतमबुद्ध नगर कारागार प्रशासन ने बताया कि एक सामाजिक संस्था के प्रयास से दोनों बंदियों को जेल से रिहा कराया गया। बंदी मेघू उर्फ विजय पुत्र हरपाल गांव गुज्जरपुर थाना कांधला जिला मुजफ्फरनगर को धारा 366, 376 के एक मामले में न्यायालय ने दोषी करार देते हुए दस वर्ष की सजा व 12 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया था। कारावास की सजा पूरी करने के बाद वह अर्थदंड देने में अक्षम था। इसी तरह बंदी हिसार के मंडी आदमपुर की रहने वाले काजल को भी एक मामले में सात साल की सजा व सात हजार रुपये अर्थदंड लगाया गया था। चह जयपुर नारी बंदी कारागृह से सात जून को स्थानांतरित होकर इस कारागार में आई थी। दोनों बंदियों के अर्थदंड की राशि सामाजिक संस्था राष्ट्रीय एकता बोर्ड ने जमा कर दोनों को रिहा कराने में महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाई। इसके बाद इंडिया विजन फाउंडेशन के तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसके बाद कारागार परिसर में कटहल, नींबू, नीम, आंवला का पौधरोपण किया गया। इस मौके पर कारागार अधीक्षक विपिन मिश्रा, जेलर सत्यप्रकाश, उप जेलर प्रदीप कुमार, प्रशांत उपाध्याय, श्रीचंद शर्मा, सहायक महेंद्र ¨सह समेत सामाजिक संस्था के पदाधिकारी रवि, गगन, जेसिका लाल व साजिद चौधरी मौजूद रहे।