टीका लगने से शरीर में हुआ सकारात्मक ऊर्जा का संचार
नोएडा लंबे समय से महामारी के बीच जिदगी मौत का खेल चल रहा था। खुद के साथ-साथ परिवार के लोगों के संक्रमित होने का डर हमेशा सताता था।
जागरण संवाददाता, नोएडा : लंबे समय से महामारी के बीच जिदगी मौत का खेल चल रहा था। खुद के साथ-साथ परिवार के लोगों के संक्रमित होने का डर हमेशा सताता था। प्रथम चरण में होने वाले 24,453 स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण की सूची में अपना नाम सबसे ऊपर देखा तो खुशी से झूम उठा। यह कहना है कि सेक्टर-30 चाइल्ड पीजीआइ के स्वास्थ्यकर्मी शमीन का।
सेक्टर-31 निवासी शमीन चाइल्ड पीजीआइ में लैब टेक्नीशियन है। वह पिछले दस माह से कोरोना संक्रमितों की सेवा में जुटे रहे। शमीन ने कोरोना का टीका लगवाया और अन्य कर्मचारियों से भी समय पर टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि कई बार संक्रमितों के इलाज के दौरान महसूस हुआ कि अब संक्रमित हो गया हू, तो परिवार से दूरी बना ली। जांच कराई तो रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन दिमाग में कोरोना संक्रमण का डर बैठा रहा। दिल ने कभी ड्यूटी से मुंह मोड़ने की इजाजत ही नहीं दी। शारीरिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजेशन के बूते खुद को सुरक्षित रखा।
शमीन को 11:20 बजे कोरोना का टीका लगा। केंद्र में प्रवेश के दौरान टीका लगने की खुशी इनके चेहरे से अलग ही झलक रही थी। इन्हें भ्रांतियों का कतई भी भय नहीं रहा। बस वैक्सीनेशन बूथ पर पहुंचने का ही इंतजार था। टीका लगने से पहले मन में कई सवाल उठ रहे थे, लेकिन इन्होंने डर को दरकिनार कर दिया और बेधड़क वैक्सीनेशन बूथ पर पहुंचे। टीका लगने के बाद 30 मिनट पर निगरानी में रहे और सही सलामत बाहर आ गए। शमीन ने बताया कि कोरोना का टीका बिल्कुल सुरक्षित है। चिकित्सकों ने 15 फरवरी को दूसरी डोज देने के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि अब अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करूंगा। टीकाकरण के दौरान पहले ही तरह सावधान रहूंगा और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करुंगा।