बाइक फॉर यू के नाम पर हजारों निवेशकों से करोड़ों की ठगी में तीन गिरफ्तार
बाइक बोट की तर्ज पर सेक्टर 63 से संचालित बाइक फॉर यू नाम से ठगी का धंधा चल रहा था। पिछले करीब एक वर्ष से संचालित इस कंपनी से हजारों निवेशकों से करोड़ो रुपये की ठगी की गई है। एक शिकायत के आधार पर कोतवाली फेज तीन पुलिस ने छानबीन की तो फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने सोमवार को गैंग में तीन आरोपित बबलू यादव उर्फ हर्षवर्धन निवासी एटा रोहित चैहान निवासी मंगलौर रुड़की उत्तराखंड व जीवन निवासी खन्दौली आगरा को गिरफ्तार किया है। इनके पास से ठगी की रकम से खरीदी गई एक जीप दो कार कंपनी में संचालित
जागरण संवाददाता, नोएडा : बाइक बोट की तर्ज पर सेक्टर 63 से संचालित बाइक फॉर यू कंपनी के नाम से ठगी का धंधा चल रहा था। पिछले करीब एक वर्ष से संचालित इस कंपनी ने हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। एक शिकायत के आधार पर कोतवाली फेज तीन पुलिस ने छानबीन की तो फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने सोमवार को गैंग में तीन आरोपित बबलू यादव उर्फ हर्षवर्धन निवासी एटा, रोहित चौहान निवासी मंगलौर रुड़की उत्तराखंड व जीवन निवासी खन्दौली आगरा को गिरफ्तार किया है। इनके पास से ठगी की रकम से खरीदी गई एक जीप, दो कार, कंपनी में संचालित 8 मोटर साइकिल सहित अन्य सामान बरामद हुए हैं। आरोपित बबलू यादव उर्फ हर्षवर्धन का आपराधिक इतिहास भी है। उसके खिलाफ एटा में आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर सहित अन्य धाराओं के तहत एफआइआर पहले से दर्ज है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि सेक्टर 63 में संचालित इस कंपनी में बबलू यादव निदेशक था। पिछले दिनों कुछ निवेशकों ने फेज तीन में एफआइआर दर्ज कराई थी। उनके साथ कंपनी द्वारा बाइक फॉर यू के नाम पर ठगी हुई है। निवेशकों का आरोप था कि बाइक फॉर यू (ई-व्हील ट्रांजिट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड) में इंवेस्ट करने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से 60 हजार 250 रुपये धोखाधड़ी कर वसूले गये हैं। छानबीन के बाद तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया है। पूछताछ में पता लगा है कि फर्जी कंपनी का विभिन्न माध्यम से आरोपित विज्ञापन करते थे। लोगों से कंपनी में अपनी बाइक संचालित करा कर कमाई करने का लालच देते थे। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि पांच से छह हजार निवेशकों से करोड़ों रुपये ठगी हुई है। इनके बैंक अकाउंट के संबंध में भी छानबीन की जा रही है। जांच पूरी होने पर ही ठगी के शिकार कुल निवेशकों की संख्या व ठगी की कुल रकम के संबंध में पता लग सकेगा। आरोपितों के पास से बरामद हुई तीनों गाड़ियां ठगी की रकम से ही खरीदी गई थीं।
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एमबीए पास रोहित के आइडिया पर संचालित हो रही थी कंपनी
पुलिस के अनुसार कंपनी में बबलू निदेशक था, लेकिन ठगी का आइडिया रोहित का था। वह एमबीए कर चुका है। कोतवाली फेज तीन प्रभारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि रोहित ने अपनी प्लानिग के तहत ही बबलू को कंपनी में एमडी बनाकर फ्रॉड शुरू किया था। एक बाइक के निवेश पर एक वर्ष तक प्रतिमाह नौ हजार रुपये तक कमाई का लालच देते थे। इसके बाद बोनस का लालच दिया जाता था। शुरुआती दौर में आरोपितों ने कुछ लोगों को रकम वापस कर प्रलोभन दिया। जिससे निवेशकों की चेन जुड़ती चली गई व निवेशकों की संख्या बढ़ गई। गिरफ्तार तीन आरोपितों के अलावा कुल सात और लोगों के नाम भी सामने आ चुके हैं। जल्द ही उन आरोपितों की भी गिरफ्तारी की कोशिश होगी। उन्होंने बताया कि ठगी के शिकार अधिकांश लोग नोएडा व उसके आसपास के जिलों के ही हैं।