अव्यवस्था की सीढ़ी पर फिर छलका अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग एथलीट का दर्द
जुनून के पंखों की उड़ान भरने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों के हौसले उ
जागरण संवाददाता, नोएडा :
जुनून के पंखों की उड़ान भरने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों के हौसले उस समय टूट जाते हैं, जब उन्हें अपने छोटे-छोटे काम के लिए विभागों में चक्कर लगाने के साथ घंटों इंतजार करना पड़ता है। इससे भी ज्यादा तकलीफ तब होती है, जब चलने में अक्षम खिलाड़ियों को अव्यवस्था की सीढि़यों को चढ़ना पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेबल टेनिस में देश का मान बढ़ाने वालीं दिव्यांग खिलाड़ी सुवर्णा राज का दर्द बृहस्पतिवार को नोएडा में एक बार फिर छलक उठा। पीएनजी गैस कनेक्शन में नाम बदलवाने के लिए उन्हें नोएडा सेक्टर-तीन स्थित आइजीएल कार्यालय जाना पड़ा और दिव्यांग होने के कारण वह सीढि़यां नहीं चढ़ सकीं। उन्हें काफी देर तक लंच ब्रेक खत्म होने तक परिसर के बाहर ही इंतजार करना पड़ा। यह पहला मौका नहीं है, जब उन्हें अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा। इससे पहले वह रेल यात्रा के दौरान भी ऐसी परेशानी उठा चुकी हैं।
पोलियो के कारण 90 फीसद दिव्यांग खिलाड़ी सुवर्णा राज ने बताया कि वर्ष 2019 में एक्सप्रेस पार्क व्यू सोसायटी में साक्षी सचदेवा का फ्लैट खरीदा था। यहां लगा पीएनजी कनेक्शन आज तक मेरे नाम पर ट्रांसफर नहीं हुआ, जबकि प्रति माह मीटर रीडर सोसायटी में आते हैं। मैं उनसे आग्रह करती हूं, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। मैंने कंपनी को कई मेल व रिमाइंडर तक भेज रखे हैं। कासना स्थित कार्यालय पर भी जाकर आई हूं। वहां भी दिव्यांगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जब व्यक्ति कार्यालय में संबंधित अधिकारी के पास ही नहीं पहुंच सकता तो सुनवाई कैसे हो सकती है। यही अव्यवस्था नोएडा सेक्टर-तीन 3 स्थित आइजीएल कार्यालय में मिली। यहां पर कई घंटे इंतजार के बाद जब एक अधिकारी आए, तो उसने पीड़ा समझने का प्रयास ही नहीं किया, उल्टा खिलाड़ी मानने से भी इन्कार कर दुर्व्यवहार किया। अधिकारी ने कहा कि आपने मेल ही नहीं किया। मोबाइल से किए गए मेल देखने के बाद भी समस्या के निदान करने की जगह अधिकारी आश्वासन देकर चले गए।
आइजीएल के प्रवक्ता का कहना है कि सेक्टर-तीन का कार्यालय किराये पर है। आइजीएल का नया कार्यालय तैयार किया जा रहा है, वहां दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।