ठंड में मिली राहत की रजाई, खिले चेहरे
मानव जीवन में परोपकार का बहुत महत्व होता है और समाज में परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता है। जरूरतमंदों के लिए कुछ करने की चाह से सेक्टर 129 स्थित एक्स चौक में अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की नोएडा शाखा और दैनिक जागरण के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को करीब 200 से ज्यादा नई व गर्म रजाईयों का वितरण किया गया। इसके अलावा 250 पुराने वस्त्रों का भी दान किया गया। अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की नोएडा शाखा और दैनिक जागरण की यह
जागरण संवाददाता, नोएडा:
मानव जीवन में परोपकार का बहुत महत्व होता है और समाज में परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता है। सेक्टर 129 स्थित एक्स चौक में अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की नोएडा शाखा और दैनिक जागरण के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को करीब 200 से ज्यादा नई व गर्म रजाइयों का वितरण किया गया। इसके अलावा 250 पुराने वस्त्रों का भी दान किया गया। अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की नोएडा शाखा और दैनिक जागरण की यह पहल नोएडा में विभिन्न स्थानों पर निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए की गई। गर्म रजाइयां पाकर सभी गरीब लोगों के चेहरों पर मुस्कान की झलक उनकी खुशी को बयान कर रही थी। शिविर में बड़ी संख्या में समाज की महिलाओं व वरिष्ठ लोगों ने भी भाग लिया।
बता दें कि दैनिक जागरण और संस्था के स्थानीय अध्यक्ष अजय गुप्ता अपनी टीम के साथ हर साल ही सर्दी के मौसम की शुरुआत में यह कार्य करते हैं ताकि गरीब तबके के लोगों की ¨जदगी में कुछ गर्माहट लाई जा सके। संस्था समय-समय पर इस तरह के शिविरों का आयोजन करती रहती है और इसके लिए समाज के सभी लोग सहयोग करते हैं। संस्था के स्थानीय अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि वे सदैव परोपकारी कार्य करने की कोशिश करते हैं ताकि वंचित वर्ग के लोगों के चेहरों पर थोड़ी मुस्कान लाई जा सके। उन्हें इस तरह के कार्य करके आत्म संतुष्टि मिलती है। साथ ही सभी से यह भी आग्रह किया कि सर्दियों में सभी को यथासंभव गर्म वस्त्रों का दान करना चहिए। इस अवसर पर सोनाली गुप्ता, रुचि गुप्ता, राजेश्वरी गुप्ता, एडवोकेट बिमल गुप्ता, ओंकार गुप्ता, सीए सुभाष गुप्ता, मनीष पेंगोरिया, सुरेंद्र अग्रवाल, विनोद गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता, प्रवीण गुप्ता, डॉ. राहुल गुप्ता, दीपक गुप्ता, डॉ. निशांत गुप्ता, आलोक गुप्ता, संजय गुप्ता, सीए संदीप गुप्ता, डॉ. अनूप गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद थे।