एक जनपद एक उत्पाद से जिले में नारी सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : एक जनपद एक उत्पाद योजना में जिले को गारमेंट्स की श्रेणी में रखा गया
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : एक जनपद एक उत्पाद योजना में जिले को गारमेंट्स की श्रेणी में रखा गया है। यहां करीब तीन हजार से अधिक रेडीमेड गारमेंट्स की इकाइयां हैं। यहां करीब 70 फीसद महिला कर्मचारी हैं। जो सिलाई की कुशल कारीगरी से लेकर क्वालिटी व मर्चेंडाइज तक की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। जिला उद्योग केंद्र इन इकाइयों में कार्यरत महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण देकर नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की ओर कदम बढ़ाने जा रहा है। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार एक जनपद एक उत्पाद योजना का संचालन किया जा रहा है। इसमें कारीगरों के प्रशिक्षण के लिए करीब 250 करोड़ रूपये का बजट रखा गया है। जिले में सिटी आफ अपैरल योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी तेजी से चल रही है। इसके लिए एटीडीसी प्रशिक्षण केंद्र से भी अनुबंध किए जाएंगे। महिलाओं के लिए विशेष रूप से कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर के लिए करीब 200 एकड़ जमीन सूरत की तर्ज पर चयनित की गई है। इसके लिए संयुक्त रूप से एमओयू पर हस्ताक्षर भी हो चुका है। एमओयू के तहत सिटी आफ अपैरल में लगभग 250 इकाइयां लगेंगी। यहां पांच हजार करोड़ का निवेश होगा व करीब दस लाख लोगों के लिए रोजगार के विकल्प तैयार होंगे।
- एक जनपद एक उत्पाद के तहत गारमेंट्स उद्योग के लिए जनपद का चयन हुआ है। यहां करीब तीन हजार से अधिक इकाईयां अभी संचालित हैं। इनमें करीब 70 फीसद महिलाएं उद्योग की रीढ़ बनी हुई है। इन्हें बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए एटीडीसी से करार किए जा रहे हैं। भविष्य में इस सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं और बढ़ेगी।
-पवन अग्रवाल, उपायुक्त जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र गौतमबुद्ध नगर