पब्लिक के आदमी ने पुलिस को बदनाम करने के लिए किया ट्वीट
प्रवीण विक्रम ¨सह, ग्रेटर नोएडा : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी पर लगे वसूली के आरोप मामले में नया मोड़ आ
प्रवीण विक्रम ¨सह, ग्रेटर नोएडा : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी पर लगे वसूली के आरोप मामले में नया मोड़ आ गया है। सूत्रों की मानें तो पूर्व की एसओजी के सभी 16 पुलिसकर्मियों ने जांच अधिकारी के सामने एक ही बयान दिया है। इसमें कहा गया है कि पब्लिक के आदमी ने पुलिस को बदनाम करने के लिए ट्विटर पर वसूली लिस्ट वायरल की है। बयान में यह भी कहा गया है कि वसूली लिस्ट से उनका कोई लेना देना नहीं है। सभी पुलिसकर्मियों द्वारा एक ही बयान दिए जाने से मामले में पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो जिस ट्विटर अकाउंट से वसूली लिस्ट वायरल की गई है, उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होना लगभग तय है। वह व्यक्ति एसओजी में तैनात रहे 16 पुलिसकर्मियों में से किसी एक का करीबी बताया जा रहा है। मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी अरुण ¨सह ने ट्विटर अधिकारी को पत्र लिखकर ट्विटर अकाउंट की जानकारी मांगी है, जिससे वसूली लिस्ट वायरल की गई थी।
उल्लेखनीय है कि बीते 18 मई को सोशल मीडिया पर एसओजी की वसूली सूची वायरल हुई थी। बताया गया था कि वसूली की रकम में बंटवारे को लेकर 17 मई की शाम एसओजी के कार्यालय में दो पुलिसकर्मियों में मारपीट हो गई थी। वसूली लिस्ट वायरल होने के बाद मामला सीधे लखनऊ पहुंच गया था। ट्विटर पर मामले की शिकायत डीजीपी से की गई। इसके बाद तत्काल एसओजी प्रभारी सहित पूरी टीम को भंग करते हुए 16 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन का रास्ता दिखा दिया गया था। एसएसपी डा. अजय पाल शर्मा ने मामले की जांच एसपी सिटी अरुण ¨सह को सौंपी थी। अब तक की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले है।
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लिस्ट से हुआ मिलान तो बंद मिले नंबर
वायरल हुई वसूली लिस्ट में कई दुकानदार के नंबर थे। लिस्ट में यह भी लिखा था कि कौन दुकानदार कितना रुपये महीना देता है। वसूली लिस्ट में शामिल गैस एजेंसी, सीमेंट के गोदाम सहित कई अन्य दुकानदार के मोबाइल नंबर स्विच ऑफ मिले हैं। अब तक की जांच में टीम ने दुकानदार से संपर्क करना का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है। जांच टीम दुकानदार की तलाश कर रही है। उनके बयान भी जांच में दर्ज किए जाएंगे।
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जांच रिपोर्ट अभी मेरे पास नहीं आई है। रिपोर्ट के आधार पर ही मामले में कार्रवाई की जाएगी। दोषी व्यक्ति को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डा. अजय पाल शर्मा, एसएसपी, गौतमबुद्धनगर