पर्यावरण अनुकूल बायो सेंसर के लिए विकसित किया उच्च क्षमता ट्रांजिस्टर
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा शिवनाडर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम ने उच्च क्षमता
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
शिवनाडर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम ने उच्च क्षमता के आर्गेनिक फील्ड इफेक्ट ट्रांजिस्टर विकसित किया है। टीम ने दावा किया है कि विकसित ट्रांजिस्टर से पर्यावरण के अनुकूल सस्ता बायो सेंसर बनाया जा सकेगा, जो मिट्टी व पानी में कीटनाशक, भारी धातु की मात्रा का आसानी से पता लगा सकेगा। इसके साथ ही फसलों में होने वाली बीमारी की शुरुआत में ही पहचान संभव हो सकेगी।
कृषि क्षेत्र में तकनीकी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसके जरिये फसलों को सुरक्षित रखने एवं उत्पादन बढ़ाने के तरीके खोजे जा रहे हैं। शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किए गए ट्रांजिस्टर से पर्यावरण अनुकूल बायो सेंसर में उपयोग किया जाएगा। इसे जैव अनुकूल लवण के माध्यम से विकसित किया गया है, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही यह सस्ता भी होगा।
शोधकर्ताओं की टीम का नेतृत्व कर रहे एसोसिएट प्रोफेसर समरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि यह स्वदेशी तकनीकी के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इससे बायो सेंसर तकनीकी की जरूरत पूरी होगी।
इस खोज का एक बड़ा फायदा जैविक एवं कृषि के लिए लचीले बायो सेंसर के विकास में भी मिलेगा।
हल्का, जैव अनुकूल की खासियत के कारण इसका उपयोग लचीले स्मार्ट कार्ड, जैव अनुकूल उपकरण व ऊर्जा संचयन के लिए सेंसर व सोलर सैल बनाने में भी होगा। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर रूपामंजरी घोष का कहना है कि भारत कृषि प्रधान देश है। देश की आधी आबादी इस पर रोजगार के लिए निर्भर करती है। इसके बावजूद देश की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान बीस फीसद से भी कम है। तकनीकी की मदद से इसे बढ़ाया जा सकता है।