चाइल्ड पीजीआइ में अगले सप्ताह से शुरू हो सकता है कोवैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल
मोहम्मद बिलाल नोएडा कोरोना संदिग्धों की जांच व ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा लेकर दूसरे स
मोहम्मद बिलाल, नोएडा:
कोरोना संदिग्धों की जांच व ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा लेकर दूसरे संक्रमितों को चढ़ाने जैसे कार्यक्रमों को सफल तरीके से लागू करने के चलते ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने चाइल्ड पीजीआइ में कोवैक्सीन के तीसरे चरण का मानव परीक्षण (ह्यूमन ट्रायल) की अनुमति दी है। आइसीएमआर ने उपरोक्त कार्यक्रमों को सफल तरीके संचालित करने के लिए यहां के डॉक्टरों व प्रबंधन की सराहना कर चुका है।
ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के प्रभारी डॉ. सत्यम अरोरा ने बताया कि कोरोना संकट काल के शुरूआती दौर में पहले संदिग्धों की जांच फिर ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा लेकर संक्रमित मरीजों को चढ़ाने की योजना कारगार रहने के चलते ही आइसीएमआर ने कोरोना की कोवैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए संस्थान पर भरोसा जताया है। आइसीएमआर के डॉक्टरों के साथ ही मिलकर संस्थान में स्वास्थ्य मरीजों पर उत्पन्न एंटीबॉडी पर भी एक अध्ययन किया गया। जल्द ही अध्ययन का प्रकाशन एक मेडिकल जर्नल में होगा। कोवैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल शुरू करने संबंधित फाइनल अनुमति इस माह के प्रथम सप्ताह में मिल सकती है। इसके बाद ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि आइसीएमआर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआइवी) और भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन के तीसरे चरण क ह्यूमन ट्रायल चाइल्ड पीजीआइ में होना है। स्वस्थ लोगों पर इस दवा का इस्तेमाल किया जाएगा और इसके क्लीनिकल परिणाम देखे जाएंगे। जिन भी लोगों को दवा की डोज दी जाएगी। उनका समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण व निगरानी की जाएगी। इसके लिए एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख डॉ. मुकुल जैन के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी गई है, जो इस पूरे काम की देखरेख करेगी।
----
ह्यूमन ट्रायल में स्वास्थ्य कर्मी के साथ आम लोग भी होंगे शामिल:
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार कोवैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आम लोग शामिल किए जाएंगे। गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर व मेरठ से वालंटियर लिए जाएंगे। जो भी लोग ट्रायल में शामिल होने चाहते है उन्हें अस्पताल से मिले एक शपथपत्र को भरकर देना होगा।