आयुर्वेदिक पंचकर्म के जरिए कई रोगों को दी जा सकती है मात
फोटो 26 जीएनपी 1 - आयुर्वेद में पंचकर्म का है काफी महत्व जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएड
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- आयुर्वेद में पंचकर्म का है काफी महत्व
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : कोरोना के लिए जब कोई वैक्सीन या दवाई मौजूद नहीं है। लोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़े, गिलोय आदि का सेवन कर रहे हैं। इनसे स्वास्थ्य लाभ भी मिल रहा है। चिकित्सकों का मानना है कि आयुर्वेद में पंचकर्म का काफी महत्व है। इसमें आयुर्वेदिक दवाइयों के साथ क्रियाएं कराई जाती हैं। शरीर के हर अंग के लिए अलग क्रिया होती है। इससे रोगों को जड़ से हटाने में मदद मिलती है।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर रचना शर्मा ने बताया कि पंचकर्म में आयुर्वेद की पांच क्रियाएं होती हैं। यह क्रिया रोगी ठीक होने के लिए और निरोगी स्वस्थ बने रहने के लिए कर सकते हैं। इसके जरिए संधि वात, आम वात, लकवा, माइग्रेन, गर्भधारण आदि का उपचार किया जा सकता है। इसमें सफलता की दर 70 से 80 फीसद तक होती है।