अपराध पर नियंत्रण, बढ़ा भरोसा
जागरण संवाददाता नोएडा गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नर प्रणाली व्यवस्था लागू हुए छह माह पूरे हो
जागरण संवाददाता, नोएडा : गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नर प्रणाली व्यवस्था लागू हुए छह माह पूरे हो गए हैं। इस दौरान पुलिस की चाल, चेहरा और कार्य करने का तरीका पूरी तरह से बदल चुका है। अपराध पर नियंत्रण हुआ है वहीं आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास की बहाली हुई है। जिला पुलिस ने अब आम जनता से नोएडा 'पुलिस की कहानी,जनता की जुबानी' टैगलाइन के माध्यम से रायशुमारी मांगी है वहीं अपनी उपलब्धियों को भी साझा किया है।
हमें बताइए पुलिस के किन कार्यों पर हुआ गर्व
पुलिस आयुक्त कार्यालय से शहर के लोगों के लिए अपील की गई है कि वे पिछले छह माह में ऐसी कहानियों व घटनाओं के बारे में जरूर बताएं जिनमें पुलिस ने कुछ खास काम उनके लिए किया हो। पुलिस कमिश्नरेट नोएडा के आफिशियल ट्विटर एकाउंट से इस संबंध में ट्वीट भी किया गया है, जिसमें पुलिस आयुक्त की ओर से लोगों से सुझाव मांगे गए हैं व वीडियो अपलोड करने के लिए अपील की गई है।
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यह रहे विशेष कार्य
महिला सुरक्षा के लिए बनी इकाई
जिले के प्रत्येक थाने में महिला सुरक्षा इकाई का गठन, दो-दो सब महिला इंस्पेक्टर की तैनाती हुई। डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने जिले में पहली बार महिला चौपाल की शुरुआत की। डीसीपी पुलिस अधिकारियों के साथ झुग्गी झोपड़ी, स्कूल, कॉलेज, सोसायटी में चौपाल कर महिलाओं की समस्या सुनती हैं। स्पेशल कॉल लाइन की स्थापना
घरेलू हिसा को रोकने के लिए स्पेशल कॉल लाइन की स्थापना महिला सहायता प्रकोष्ठ में की गई। यूपी 112 पर घरेलू हिसा की आने वाली शिकायतों का महिला सहायता प्रकोष्ठ में फालोअप होता है। पिछले दो माह में 804 महिलाओं की सहायता की गई। घरेलू विवाद सुलझाने के लिए नॉलेज पार्क थाने में फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन क्लीनिक बना। अब वर्चुअल तरीके से शुरू हुई सुनवाई
स्मार्ट पुलिसिग के तहत वर्चुअल मीटिग सिस्टम व फरियाद सुनने की जिले में शुरुआत की गई है। थाने में आने वाले फरियादी सुबह 11 बजे से 12 बजे तक संबंधित अधिकारियों के साथ वर्चुअल मोड में मीटिग कर अपनी बात रख सकते हैं। साथ ही स्कैनर के जरिए दस्तावेज, शिकायत पत्र ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। इसके लिए पुलिस अधिकारी भी वर्चुअल मीटिग करेंगे। एक निजी कंपनी के जरिये यह व्यवस्था संचालित हो रही है। लॉकडाउन में दिखा पुलिस का बदला हुआ चेहरा
प्रसव के लिए महिलाओं को अस्पताल, वृद्धों को दवाई, डायलिसिस व कीमो के मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध कराई। यूपी 112 ने करीब तीन लाख लोगों तक राशन पहुंचाया। साबुन, सैनिटरी नैपकिन, सैनिटाइजर, मास्क वितरित किए। दो लाख प्रवासी भारतीयों को ट्रेन, बस से उनके गृह राज्य भेजने की व्यवस्था की।