हवा की रफ्तार थमते ही बढ़ने लगा प्रदूषण
जागरण संवादददाता नोएडा शहर की वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति बरकरार है। बुधवार को
जागरण संवादददाता, नोएडा :
शहर की वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति बरकरार है। बुधवार को हवा में अति सूक्ष्म कणों की मात्रा अधिक रहने की वजह से वायु गुणवत्ता लगातार 14वें दिन खराब स्थिति में दर्ज की गई। नोएडा एनसीआर के प्रदूषित शहरों में फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा के बाद तीसरे स्थान पर रहा।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बीते 24 घंटे में 28 अंकों का इजाफा होने के साथ 264 रहा। इसे हवा स्तर खराब (आरेंज जोन) में दर्ज किया गया। सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फार कास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल थमने से प्रदूषण फिर से बढ़ा है। उत्तर पश्चिमी दिशा से चल रही हवाओं की रफ्तार बुधवार को 8 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास रही। इसने प्रदूषक तत्वों को सतह पर ठहरने में मदद की। बृहस्पतिवार को पंजाब, हरियाणा व सीमावर्ती इलाकों में पराली जलाने के कारण धुएं की मात्रा तेजी से बढ़ने से आबोहवा बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रतिदिन शाम को नोएडा में वायु गुणवत्ता की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। सीपीसीबी द्वारा तय मानकों के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम और 201-300 तक खराब रहती है। वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में रहने से सांस, दमा और फेफड़े के रोगों से पीड़ित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
---
सेक्टर-1 स्थित यूपीपीसीबी के मुताबिक बुधवार शाम-5 बजे प्रदूषक तत्वों की स्थिति:
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
पीएम-2.5, 247, 38, 392
पीएम-10, 248, 102, 378
नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड (एनओ-2), 160, 18, 318
अमोनिया (एनएच-3), 12, 9, 15
सल्फर डाइऑक्साइड (एसओ-2), 10, 2, 28
कार्बन मोनो आक्साइड (सीओ), 70, 40, 147
ओजोन, 43, 1, 67