शाहबेरी के खरीदार आज निकालेंगे किसान चौक तक पैदल मार्च
शाहबेरी में अवैध इमारतों को बचाने के लिए खरीदारों का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। सोमवार को खरीदारों के साथ भारी संख्या में महिलाएं भी धरना स्थल आक्रोश जताने पहुंची। खरीदारों ने प्राधिकरण व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खरीदारों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन भी सौंपा है। खरीदारों ने बताया कि खरीदारों ने सर्वसम्मति से अपना विरोध जताने के लिए शाहबेरी से किसान चौक तक पैदल मार्च निकालने का फैसला लिया है। भारी तादात में आज शाहबेरी से किसान चौक तक
जासं, ग्रेटर नोएडा : शाहबेरी में अवैध इमारतों को बचाने के लिए फ्लैट खरीदारों का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। सोमवार को खरीदारों के साथ भारी संख्या में महिलाएं भी धरनास्थल पर आक्रोश जताने पहुंचीं। खरीदारों ने प्राधिकरण व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खरीदारों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन भी सौंपा है। खरीदारों ने बताया कि अपना विरोध जताने के लिए मंगलवार को शाहबेरी से किसान चौक तक पैदल मार्च निकालने का फैसला लिया है। वहीं सोमवार को खरीदारों ने जिलाधिकारी के नाम सौंपे गए पत्र में दावा किया कि 2010 में उच्च न्यायालय गांव का अधिग्रहण रद कर चुका है। जिसके बाद गांव की जमीन पर प्राधिकरण का कोई अधिकार नहीं रहा है। प्राधिकरण ने गांव में कोई विकास कार्य भी नहीं कराये है। तत्कालीन सरकार व प्राधिकरण को उस दौरान ही शाहबेरी में हो रही खरीद फिरोख्त पर रोक लगानी चाहिए थी। लेकिन उस दौरान वोटों के लालच में ऐसा नहीं किया। उसके परिणाम स्वरूप किसानों ने अपनी जमीन बेचनी शुरू कर दी। आज जब वहां अच्छी खासी कॉलोनी बस गई तो प्राधिकरण व प्रशासन को अवैध निर्माण की याद आई। साजिश के तहत उनके घरों को उजाड़ा जा रहा है। खरीदारों ने दावा किया कि प्राधिकरण व प्रशासन की मिली भगत से शाहबेरी में निर्माण हुआ है यदि उसी समय इमारतों के निर्माण को रोक दिया गया होता तो कई भी फ्लैट नहीं खरीदता। उन्होंने कहा कि जिन बिल्डरों ने गरीब लोगों को जमीन बेची है उन बिल्डरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। चेतावनी दी कि यदि प्राधिकरण व प्रशासन ने यही रवैया अपनाया तो शाहबेरी की स्थिति बिगड़ सकती है। बता दें कि शाहबेरी में अवैध इमारतों को बचाने के लिए खरीदारों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। खरीदारों ने चेतावनी दी है कि जब तक शाहबेरी की इमारतों को वैध करार नहीं दे दिया जाता अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।