पेचकस गिरोह को जड़ से करेंगे खत्म, मोटा कोडवर्ड आया काम : विशाल पांडेय
प्रवीण विक्रम सिंह ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा में आतंक का पर्याय बन चुके पेचकस गिरोह क
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा में आतंक का पर्याय बन चुके पेचकस गिरोह को जड़ से समाप्त करने में पुलिस जुट गई है। पुलिस को पेचकस गिरोह के बदमाशों को पकड़ने में मोटा कोडवर्ड काम आया। पुलिस को एक पीड़ित से पता चला था कि कार में लिफ्ट देकर बैठाने के बाद बदमाश लूटपाट के दौरान किसी मोटा नाम के व्यक्ति से बात करते हैं। पुलिस ने भी बदमाशों को पकड़ने के लिए यही पैंतरा अपनाया। परीचौक पर जब गाड़ी जांच के लिए रोकी गई तो पुलिस को कुछ शक हुआ। पुलिस ने जोर से चिल्ला कर कहा कि मोटा को पकड़। यह सुनकर बदमाशों ने फायरिग की और भागने लगे। पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि यही पेचकस गिरोह के बदमाश हैं। पुलिस ने करीब दो किलोमीटर तक पीछा कर बदमाशों को रविवार सुबह मुठभेड़ में धर दबोचा था। चार बदमाशों के पैर में गोली लगी थी।
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा विशाल पांडेय ने बताया कि गिरोह में कुल 10 से 12 बदमाश हैं, जो कि अलग-अलग क्षेत्र में लूटपाट करते हैं। गोली से घायल चार बदमाशों में से दो आनंद व दीपक की हालत गंभीर है। दोनों को अब तक चार बोतल खून चढ़ाया जा चुका है। दोनों का उपचार दिल्ली में चल रहा है। वहीं, पुलिस जांच में पता चला है कि बदमाश पिछले पांच साल से आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इन पांच सालों में वह करीब 10 लाख की खरीदारी लोगों के एटीएम कार्ड से कर चुके हैं। गिरोह में एक सदस्य ऐसा है जिसका काम मुख्य रूप से मॉल में खरीदारी करना है। बदमाश ग्रांड वेनिस माल में खरीदारी के दौरान सीसीटीवी में कैद हुआ था। खरीदारी करने वाला बदमाश फरार चल रहा है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश कर रही है।
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यह है मामला
बीटा दो कोतवाली क्षेत्र में पेचकस गिरोह के बदमाशों ने पिछले छह महीने में लोगों को कार में लिफ्ट देकर ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। बदमाश पीड़ित के एटीएम से रुपये निकलवाते थे और पिन नहीं बताने पर पेचकस से हमला कर घायल कर देते थे। मामला बढ़ा तो तत्कालीन कोतवाली प्रभारी रामेश्वर पर गाज गिरी। अब पुलिस ने रविवार सुबह पेचकस गिरोह पर काबू पाया है।