ई-कोर्ट की कार्यप्रणाली समझाने को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) की कोर्ट बहुत जल्द ई-कोर्ट में तब्दील हो जाएगी। जिसकी कवायद शुरू हो गई है। कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। रेरा की मंशा नई साल से व्यवस्था लागू करने की है। ई कोर्ट की कार्यप्रणाली लोगों को समझाने के लिए 23 दिसंबर से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होगा। जिसमें रेरा पीठ सदस्य ई-कोर्ट की कार्य प्रणाली से लोगों को
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) के कोर्ट को ई-कोर्ट में तब्दील करने की कवायद की जा रही है। इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। नए साल से इस व्यवस्था लागू करने की रेरा की मंशा है। ई-कोर्ट की कार्यप्रणाली लोगों को समझाने के लिए 23 दिसंबर से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होगा। जिसमें रेरा पीठ सदस्य कार्यप्रणाली से लोगों को रूबरू कराएंगे। ई-कोर्ट की कार्यप्रणाली को समझने के लिए लोग 18 व 19 दिसंबर को लखनऊ स्थित रेरा कार्यालय या फिर 23 व 24 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा स्थित रेरा के क्षेत्रीय कार्यालय में हिस्सा ले सकते है। नई व्यवस्था लागू हो जाने के बाद फ्लैट खरीदारों को कागजात लेकर रेरा कार्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। यूपी रेरा सचिव अबरार अहमद ने बताया कि 23 व 24 दिसंबर को रेरा कार्यालय के सभागार में कार्यशाला आयोजित होगी। यूपी रेरा में शिकायत करने समेत कई व्यवस्थाएं ऑनलाइन हैं। बावजूद इसके रेरा में ज्यादातर कामकाज पेपरों पर होता है। ऐसे में यूपी रेरा ने लखनऊ मुख्यालय और ग्रेटर नोएडा बेंच को पेपर लेस करने का फैसला लिया है। ई-कोर्ट शुरू होने पर कर्मचारियों के साथ शिकायतकर्ताओं को सहूलियत मिलेगी। वहीं लोगों को भागदौड़ से भी निजात मिलेगी। बता दें कि फ्लैट खरीदारों की समस्याओं के समाधान को यूपी रेरा का गठन मई 2016 में हुआ। सितंबर 2017 में ग्रेटर नोएडा में रेरा का कार्यालय खोला गया। कार्यालय खुल जाने के बाद करीब 22 हजार शिकायत दर्ज हो चुकी है। दर्ज शिकायतों में से 12 हजार से अधिक शिकायतों को नस्तारित करने का दावा रेरा कर रहा है। करीब आठ हजार शिकायतकर्ताओं को घर मिलने का रास्ता साफ हुआ है।