सुरक्षागार्ड को गोली मारने वाले सुंदर भाटी गिरोह के पांच बदमाश दबोचे
किया था उद्धाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 25 जनवरी को ओप्पो फैक्ट्री का उद्धाटन किया था। वह ग्रेटर नोएडा में निवेशकों को सुरक्षा की गारंटी देकर गए थे। लेकिन इसके बाद हुई घटना ने सुरक्षा की पोल खोल दी है। पुलिस ने दावा किया है कि निवेशकों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। जिससे कि औद्योगिक क्षेत्र में निवेश करने वाले व्यक्ति खुद को सुरक्षित महसूस करें। --- प्रवीण ¨सह
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र में स्थित ओप्पो फैक्ट्री के सुरक्षागार्ड को 31 जनवरी की रात कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी। मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सुंदर भाटी गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों ने स्क्रैप का ठेका नहीं मिलने पर ठेकेदार की हत्या की साजिश रची थी। जब ठेकेदार नहीं मिला तो भय कायम करने के लिए बदमाशों ने सुरक्षागार्ड को गोली मार दी थी। बदमाश सुंदर भाटी के नाम पर फैक्ट्रियों में स्क्रैप का ठेका लेते थे। पुलिस को शक न हो, इसलिए बदमाशों ने घटना से पहले रेकी करने के लिए बाहरी जिलों में रहने वाले अपने दो दोस्तों को भेजा था। दोनों सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे।
एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि ओप्पो फैक्ट्री में तैनात सुरक्षा गार्ड को गोली मारने वाले सुंदर भाटी गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों की पहचान गांव इमलिया निवासी सचिन, अरुण उर्फ गुलजार, अरुण पुत्र कटार और सिकंद्राबाद निवासी आजाद व बागपत निवासी रोबिन के रूप में हुई है। ठेकेदार की हत्या की योजना गांव घंघौला में एक माह पहले तैयार की गई थी। आरोपितों के कब्जे से दो पिस्टल, एक तमंचा और दो कार बरामद की गई है। एसपी ने बताया कि ओप्पो फैक्ट्री में गोली बारी कर भागने के दौरान बदमाशों की सेंट्रो कार गड्ढे में फंस गई थी और आरोपित कार छोड़कर भाग गए थे। कार की मदद से पुलिस आरोपितों तक पहुंची और पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने जेल में बंद सुंदर भाटी और अनिल भाटी के इशारे पर घटना को अंजाम दिया था। साजिश में मोहित, सतपाल, वीरेंद्र निवासी खानपुर और सुनील नागर निवासी इमलिया भी शामिल हैं। इन लोगों को भी केस में शामिल किया गया है और जो फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। आरोपितों ने जानकारी दी है कि कंपनी के ठेके कब्जाने के लिए उन्होंने दहशत फैलाने के इरादे से वारदात की थी। एसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर मनोज आशे के भतीजे जितेंद्र पर कंपनी का ठेका है। आरोपित जितेंद्र से ठेका हथियाना चाहते थे और उन्होंने जितेंद्र की हत्या के इरादे से वारदात की। लेकिन ठेकेदार जितेंद्र बच गया।
--- मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 जनवरी को ओप्पो फैक्ट्री का उद्घाटन किया था। वह ग्रेटर नोएडा में निवेशकों को सुरक्षा की गारंटी देकर गए थे। लेकिन इसके बाद हुई घटना ने सुरक्षा की पोल खोल दी है। पुलिस ने दावा किया है कि निवेशकों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। जिससे कि औद्योगिक क्षेत्र में निवेश करने वाले व्यक्ति खुद को सुरक्षित महसूस करें।