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ओएनजीसी के अफसर का 15 लाख का घरेलू सामान लेकर पैकर्स एण्ड मूवर्स के चालक फरार

दिल्ली से असम ट्रांसफर होने पर ओएनजीसी के एक अधिकारी ने पैकर्स एण्ड मूवर्स के जरिए सामान शिफ्ट करने के लिए बुकिग की। भाड़ा पैकिग सहित अन्य चार्ज के रूप में कंपनी को एक लाख से अधिक रकम भी दे दिया। छह जून को सभी घरेलू सामान लेकर दो ट्रक चालक यहां से असम के लिए चले लेकिन सामान वहां नहीं पहुंचा। चालकों का नंबर भी बंद है व कंपनी मालिक की तरफ से स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा है। पीड़ित अधिकारी ने कंपनी मालिक के खिलाफ कोतवाली सेक्टर 49 में एफआइआर दर्ज कराई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Aug 2019 12:14 AM (IST)Updated: Fri, 09 Aug 2019 06:26 AM (IST)
ओएनजीसी के अफसर का 15 लाख का घरेलू सामान लेकर पैकर्स एण्ड मूवर्स के चालक फरार

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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दिल्ली से असम ट्रांसफर होने पर ओएनजीसी के एक अधिकारी ने पैकर्स एण्ड मूवर्स के जरिए सामान शिफ्ट करने के लिए बुकिग की। भाड़ा, पैकिग सहित अन्य चार्ज के रूप में कंपनी को एक लाख से अधिक रकम भी दे दिया। छह जून को सभी घरेलू सामान लेकर दो ट्रक चालक यहां से असम के लिए चले लेकिन सामान वहां नहीं पहुंचा। चालकों का नंबर भी बंद है व कंपनी मालिक की तरफ से स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा है। पीड़ित अधिकारी ने कंपनी मालिक के खिलाफ कोतवाली सेक्टर 49 में एफआइआर दर्ज कराई है।

ओएनजीसी दिल्ली में कार्यरत रहे सुनील कुमार सिंह सेक्टर 75 स्थित एक अपार्टमेंट में रहते हैं। पिछले दिनों उनका तबादला दिल्ली से असम में हो गया। उन्होंने अपना सभी सामान व कार दिल्ली से असम ले जाने के लिए हरौला गांव स्थित एक पैकर्स एण्ड मूवर्स से संपर्क किया। कंपनी मालिक ने सभी सामान ट्रांसपोर्ट के जरिए असम भेजने की सहमति जताई। इसके बाद 18 जून को घरेलू सामान लेकर नोएडा स्थित निवास से असम के लिए चला। उन्होंने इस दौरान पैकेजिग चार्ज, इंश्योरेंस चार्ज, भाड़े की रकम एडवांस में दी थी। इस दौरान कंपनी ने उनसे एक लाख 15 हजार रुपये जमा कराए थे। 15 दिन के अंदर कुल सामान नोएडा से असम पहुंचाने का आश्वासन दिया गया था। आरोप है कि अबतक ट्रांसपोर्ट के लोगों ने उनका घरेलू सामान व कार (कुल कीमत करीब 15 लाख) लेकर नोएडा से असम के पते पर न पहुंचकर हीला-हवाली कर रहे है। बार-बार मोबाइल से सम्पर्क करने पर भी आना कानी करते हुए स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है। चालकों का नंबर बंद आ रहा है। उधर, घरेलू सामान नहीं पहुंचने की वजह से बच्चों के साथ सब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में पीड़ित ने ट्रांसपोर्ट मालिक के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी है।


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