Noida Water Crisis : गंगाजल की आपूर्ति पूरी तरह बंद, नोएडा शहर में आज से गहरा सकता है जल संकट
Noida Water Crisis मंगलवार से गंगाजल की आपूर्ति पूरी तरह बंद हो रही है। इसके बाद शहर में जल संकट बढ़ सकता है। हालांकि प्राधिकरण अधिकारियों की ओर से दावा किया जा रहा है कि जल संकट नहीं होने दिया जाएगा। इसकी भरपाई ट्यूबवेल से की जाएगी।
नोएडा, जागरण संवादादाता। गाजियाबाद के गंगनहर में सिल्ट आने के चलते सोमवार से शहर में गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई है, लेकिन सप्लाई में बाधा नहीं आई। इसकी बड़ी वजह यह है कि स्टोरेज गंगाजल से आपूर्ति की चेन बनी रही। मंगलवार से गंगाजल की आपूर्ति पूरी तरह बंद हो रही है। इसके बाद शहर में जल संकट बढ़ सकता है। हालांकि प्राधिकरण अधिकारियों की ओर से दावा किया जा रहा है कि जल संकट नहीं होने दिया जाएगा। इसकी भरपाई ट्यूबवेल से की जाएगी।
बता दें कि नोएडा में प्रतिदिन गाजियाबाद से 240 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति होती है। उसमें ग्राउंड वाटर मिलाकर नोएडा प्राधिकरण करीब 350 एमएलडी पानी की सप्लाई शहर में प्रतिदिन करता है, लेकिन उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण गंगनहर में काफी सिल्ट आ गई है। ऐसे में हरिद्वार से गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई है। नोएडा में गंगाजल गाजियाबाद के प्रताप विहार प्लांट से आता है, लेकिन सोमवार सुबह गाजियाबाद से नोएडा के लिए 240 एलएलडी गंगाजल बंद कर दिया गया। इस वजह से सोमवार से जो गंगाजल स्टोर में रखा गया था। उसी को सामान्य पानी की आपूर्ति में मिलाकर सप्लाई किया गया, लेकिन मंगलवार से सिर्फ सामान्य पानी की आपूर्ति की जाएगी। यही कारण है कि सोमवार को सुबह-शाम पानी तो आया, लेकिन उसकी सप्लाई का प्रेशर कम था। अब आज से शहर में पानी का संकट काफी हो जाएगा। मांग के मुकाबले सामान्य पानी कम है। इसके अलावा अब गर्मी काफी पड़ रही है। ऐसे में लोगों की पानी की जरूरत भी काफी है। कोरोना को देखते हुए आफिस से आने वाले अधिकतर लोग भी शाम को नहाने लगे हैं। वहीं प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि पानी का संकट नहीं होने दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर पानी के टैंकर लोगों को मुहैया कराए जाएंगे।
ऊंची इमारतों में प्रेशर की आएगी दिक्कत
शहर के अधिकांश सेक्टरों में तीन से चार फ्लोर बने हुए है। यहां पानी का प्रेशर तीसरी व चौथे फ्लोर तक पहुंचने में दिक्कत आएगी। यहां रहने वाले लोगों को परेशानी हो सकती है। पानी की सप्लाई में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी। साथ ही प्रेशर का भी ध्यान रखा जाएगा।