Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे पर 15 मार्च तक रफ्तार रहेगी धीमी
यमुना एक्सप्रेस वे कोहरे में हादसे बढ़ जाते हैं। इस पर प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से पंद्रह फरवरी तक वाहनों की अधिकतम रफ्तार सौ से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दी थी। भारी वाहनों के लिए यह रफ्तार अस्सी से घटाकर साठ किमी प्रति घंटा कर दी गई थी।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार पंद्रह मार्च तक कम ही रहेगी। कोहरे की वजह से होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए प्राधिकरण ने पंद्रह फरवरी तक यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार सौ किमी प्रति घंटा से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दी थी। कोहरे का प्रकोप दोबारा बढ़ने और एक्सप्रेस वे पर हादसों को देखते हुए गति सीमा को पंद्रह मार्च तक यथावत रखने का फैसला किया गया है। 75 किमी प्रति घंटा से तेज चलने वाले वाहनों के चालान काटे जाएंगे। यमुना एक्सप्रेस वे कोहरे के दौरान हादसे बढ़ जाते हैं। इसे देखते हुए प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से पंद्रह फरवरी तक वाहनों की अधिकतम रफ्तार सौ से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दी थी। जबकि भारी वाहनों के लिए यह रफ्तार अस्सी से घटाकर साठ किमी प्रति घंटा कर दी गई थी। सोमवार को इसकी समय सीमा समाप्त हो रही थी, लेकिन शनिवार को घना कोहरा रहा और इसकी वजह से एक्सप्रेस वे पर हादसा भी हुआ। रविवार को भी कोहरे का प्रकोप काफी अधिक रहा। इसे देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे पर वाहनों की गति सीमा अभी कम रखने का फैसला किया है। पंद्रह मार्च तक एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतर रफ्तार 75 किमी प्रति घंटा ही रहेगी। इससे तेज चलने वाले वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई होगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) का कहना है कि कोहरे का प्रकोप अभी बना हुआ है। एक्सप्रेस वे पर कोहरे के कारण होने वाले हादसे से बचने के लिए अधिकतम गति सीमा को अभी कम रखा जाएगा। पंद्रह मार्च तक एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 75 किमी प्रति घंटा रहेगी।