Noida News: मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की सूचना से हड़कंप, घटनास्थल पर जुटी भारी भीड़; पुलिस ने संभाला मोर्चा
Noida News नोएडा के बहलोलपुर गांव स्थित मंदिर में स्थापित कई मूर्तियों को असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया। घटना की सूचना से हड़कंप मच गया है। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची हुई है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। सेक्टर-63 कोतवाली क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में स्थित शिव मंदिर में स्थापित मूर्ति को असामाजिक तत्वों ने देर रात तोड़ दिया। सोमवार सुबह जब लोग पूजा के लिए मंदिर पहुंचे तो मूर्ति खंडित मिली। शिव की मूर्ति खंडित देख पुजारी ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। देखते-देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गए।
सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स और शीर्ष पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि मूर्ति तोड़ने के दौरान आरोपित के हाथ में चोट लग गई। इस दौरान रक्त मंदिर परिसर में गिरा। जांच में मानव रक्त की पुष्टि हुई है। पुलिस और अधिकारियों ने घंटों की मशक्कत के बाद ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया।
जानकारी के अनुसार सेक्टर 63 थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में स्थित एक शिव मंदिर में रविवार रात असामाजिक तत्वों ने घुसकर मूर्ति तोड़ दी। यह मंदिर ग्रामीणों ने बनवाई है। जानकारी होते ही ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया और आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग करने लगे।
इंटरनेट मीडिया पर हुआ वायरल हुआ वीडियो-
मंदिर में मूर्ति खंडित होने की घटना के बाद सोमवार सुबह इससे संबंधित फोटो और वीडियो इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए। वायरल मैसेज में मंदिर में तोड़फोड़ के साथ साथ मांस रखने की भी बात बताई गई थी। जबकि पुलिस को मौके से मांस बरामद नहीं हुआ है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंदिर में मूर्ति तोड़ी गई है। मंदिर के अंदर से मांस मिलने की जानकारी गलत है। सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुजारी को कमरे में बंद करने का आरोप गलत-
इस दौरान ग्रमीणों ने आरोप लगाया कि मंदिर के पुजारी को कमरे में बंद कर दिया गया गया था। इसपर डीसीपी हरीश चंदर ने कहा ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। घटना के समय पुजारी मौके पर मौजूद नहीं था।
मांस की दुकानों में तोड़फोड़-
घटना के बाद ग्रामीणों ने मंदिर के आसपास लगने वाली दुकानों को बंद करा दिया। हंगामा होता देख ज्यादातर लोगों ने दुकान खुद ही बंद कर दी। लोगों ने मंदिर के नजदीक खुलने वाली दुकानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इस दौरान कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई।
हिंदूवादी संगठनों के किया विरोध-
घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल सहित कई अन्य हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना का विरोध कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।