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शाहबेरी कांड: जानिए किसके कहने पर केस से निकाला गया था सोनू पाठक का नाम, अब फिर से किया गया शामिल

ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित शाहबेरी में 17 जुलाई 2018 को दो अवैध इमारतें गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। शाहबेरी कांड की सबसे बड़ी मछली सोंटी उर्फ सोनू पाठक का नाम तत्कालीन जिलाधिकारी के लिखित आदेश पर केस से निकाला गया था।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 01:25 PM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 01:25 PM (IST)
एक बार फिर से सोनू पाठक का नाम केस में शामिल कर उसके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई

ग्रेटर नोएडा, [प्रवीण विक्रम सिंह] ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित शाहबेरी में 17 जुलाई 2018 को दो अवैध इमारतें गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। शाहबेरी कांड की सबसे बड़ी मछली सोंटी उर्फ सोनू पाठक का नाम तत्कालीन जिलाधिकारी के लिखित आदेश पर केस से निकाला गया था। केस डायरी में इसका जिक्र किया गया है। पुन: जांच के दौरान एक बार फिर से सोनू पाठक का नाम केस में शामिल कर उसके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है। धारा तीन सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम, धारा सात सीएलए एक्ट व धोखाधड़ी का दोषी मानकर चार्जशीट दाखिल की गई है।

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बता दें कि शाहबेरी में बिना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से नक्शा पास कराए बिल्डरों ने अवैध इमारत तैयार कर दी। कुल 426 इमारतें शाहबेरी में बनाई गईं। प्रशासन की मिलीभगत से इमारतों का निर्माण हुआ और भोली भाली जनता फंस गई। दो कमरे का फ्लैट लोगों को 12 से 15 लाख में बिल्डरों ने बेचा। कम दाम में फ्लैट खरीदने के बाद जब लोगों ने वहां रहना शुरू किया तो 17 जुलाई 2018 को दो अवैध इमारतें पत्ते की तरह बिखर गईं। नौ लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और बिल्डरों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।

86 एफआइआर, 35 करोड़ की संपत्ति जब्त

कमिश्नरेट पुलिस शाहबेरी प्रकरण में शामिल आरोपित बिल्डरों की करीब 35 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है। कई अन्य बिल्डर पुलिस के रडार पर है। जल्द ही उनकी भी संपत्ति जब्त की जाएगी।

सोनू के अलावा वतन गौड़ भी फंसा

पुलिस ने पुन: जांच के दौरान गाजियाबाद के कौशांबी जयपुरिया हाउस निवासी सोनू पाठक के अलावा देवीपुरा कृष्णा नगर, बुलंदशहर निवासी वतन गौड़ के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की है।

ऐसे हुआ था खेल

वर्ष 2018 में एक्टिव इक्विपमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सोंटी उर्फ सोनू पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। मामले की जांच दारोगा रामपाल सिंह ने की। तत्कालीन जिलाधिकारी के लिखित पत्र पर एक्टिव इक्विपमेंट कंपनी का नाम केस से निकाल कर दिव्यांका होम्स के निदेशक दीपक त्यागी का नाम आरोप पत्र में दाखिल कर दिया गया। पुन: जांच के आदेश होने पर बिसरख कोतवाली के एसएसआइ ऋषि पाल कसाना ने सोनू पाठक व वतन के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।


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