Coronavirus: कोरोना का केस मिलने पर पूरी सोयायटी नहीं हो सील, RWA ने लगाई प्रशासन से गुहार
Coronavirus RWA का अनुरोध किया है कि सोसायटी में कोरोना मरीज पाए जाने पर पूरी सोसायटी को सील न कर केवल संबंधित टावर तक ही सीलिंग को सीमित रखा जाए।
नोएडा, जागरण संवाददाता। Coronavirus: कोरोना वायरस संक्रमण के चलते एक ओर जहां लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है तो एक भी संक्रमित के सामने आने के बाद पूरी सोसायटी का सील होना लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। ऐसे में रेजिडेंट वेलफेयर सोसायटी ने जिलाधिकारी सुहास एलवाइ व फोनरवा को भी पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि सोसायटी में कोरोना मरीज पाए जाने पर पूरी सोसायटी को सील न कर, केवल संबंधित टावर तक ही सीलिंग को सीमित रखा जाए। इससे अन्य लोगों की जिंदगी भी चलती रहे और उनकी नौकरी-कामकाज जारी रहे।
गौरतलब है कि सेक्टर-47 जलवायु टावर में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद पूरी सोसायटी को सील कर दिया गया। इस कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने सोसायटी को पूरी तरह सील करने पर विरोध जताया है। साथ ही क्षेत्रीय सांसद महेश शर्मा, विधायक तेजपाल नागर और जिला प्रशासन से इसे हटाने और केवल मरीज वाले टावर को सील करने की मांग की है।
इस मुद्दे पर आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का कहना है कि 15 मई को एक पॉजिटिव मामला आने के बाद पूरी सोसायटी को सील कर दिया गया। केवल उसी टावर को सील किया जाना चाहिए, जहां कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया है।
इस बाबत सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष मनीष शुक्ला ने बताया कि यहां करीब दो हजार लोग निवास करते हैं। लॉकडाउन में काफी समय बाद घरों में कैद लोगों को कामकाज करने की छूट मिली है। ऐसे में एक मरीज पाए जाने के बाद पूरी सोसायटी को सील न करने के बजाय केवल एक ही टावर को सील किया जाना चाहिए। जबकि 25 मई को संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर वापस आ चुका है।
बता दें कि दिल्ली से सटे नोएडा-ग्रेटर नोएडा में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 300 के आसपास पहुंचने वाला है।