Noida News: नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सफर के लिए अतिरिक्त समय लेकर निकलें, वाहन चालकों को हो रही परेशानी
Noida News त्योहारी सीजन के बीच अगर आप नोएडा-ग्रेटर नोएडा पर सफर के लिए घर से निकल रहे हैं तो अतिरिक्त समय लेकर निकलें। क्योंकि यहां आए दिन घंटों जाम की समस्या से वाहन चालकों को दो चार होना पड़ रहा है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। त्योहारी सीजन के बीच अगर आप नोएडा-ग्रेटर नोएडा पर सफर के लिए घर से निकल रहे हैं तो अतिरिक्त समय लेकर निकलें। क्योंकि यहां आए दिन घंटों जाम की समस्या से वाहन चालकों को दो चार होना पड़ रहा है। सफीपुर गांव से कुछ किलोमीटर पहले और सेक्टर 142 के पास रि-सरफेसिंग का काम पहले से चल रहा है। इन सब के बीच दिवाली और छठ को लेकर बाजार आने जाने वाले लोगों की भीड़ से ट्रैफइक व्यवस्था लचर साबित हो रही ह
दो साल बाद भी रि-सरफेसिंग का काम अधूरा
नोएडा की जीवनरेखा कहे जाने वाले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (Noida- Greater Noida Expressway) की रि-सरफेसिंग (Re-surfacing) का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। इससे प्रतिदिन इस रास्ते आने-जाने वालों को परेशानी हो रही है, क्योंकि नोएडा प्राधिकरण ने सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी छह माह में एक्सप्रेस-वे की रि-सरफेसिंग का काम पूरा करने का टेंडर जारी किया था, पर दो वर्ष बीतने के बाद भी अभी तक 20 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे की रि-सरफेसिंग का काम कंपनी पूरा नहीं कर सकी है।
कंपनी पर करोड़ों का जुर्माना
कंपनी पर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) अब तक तीन करोड़ 27 लाख रुपये का जुर्माना भी लगा चुका है। बुधवार को भी वर्क सर्किल 10 को नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की मरम्मत का काम 30 नवंबर तक पूरा करने की अंतिम डेडलाइन तय की है।
सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही मरम्मत का काम
बता दें कि यह एक्सप्रेस-वे पर रि-सरफेसिंग का काम 62 करोड़ रुपये की लागत से होना था। वर्क सर्किल 10 के वरिष्ठ प्रबंधक केबी सिंह ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की मरम्मत का काम सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है।
कंपनी ने मरम्मत करने का काम जनवरी 2021 में शुरू किया था। यह काम दो जून 2021 तक पूरा होना था, लेकिन अभी तक अधूरा है। इस बीच नौ डेडलाइन निकल गई और जुलाई में 10वीं डेडलाइन 30 सितंबर तय की गई थी। इस डेडलाइन तक भी कंपनी काम पूरा नहीं कर सकी, इसलिए एक करोड़ रुपये का और जुर्माना लगाया गया है।
15 किमी की मरम्मत का काम बचा
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे का नोएडा के हिस्से में करीब 20 किलोमीटर का एरिया आता है। ऐसे में आने-जाने के हिस्से को मिलाकर 40 किलोमीटर का एरिया है। मरम्मत को दोनों चरणों में पूरा किया जाना है। पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 40 में से करीब 15 किलोमीटर हिस्से में मरम्मत का काम बचा है।
10 लाख वाहन की रफ्तार पर लगा ब्रेक
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे आगरा और लखनऊ को जोड़ता है। दिल्ली, नोएडा से प्रतिदिन करीब 10 लाख से ज्यादा वाहन निकलते हैं। इनको यहां यातायात जाम झेलना पड़ रहा है। अभी इस एक्सप्रेस-वे की अधिकतम गति 100 किमी प्रतिघंटा है, लेकिन सर्दी के मौसम में इसकी गतिसीमा को घटाकर 80 किमी प्रतिघंटा कर दिया जाएगा।
ऐसे बढ़ी रि-सरफेसिंग की डेडलाइन
दो जून 2021 l 30 जून 2021 l 31 जुलाई 2021 l 30 सितंबर 2021 l 31 दिसंबर 2021 l 30 जनवरी 2022 l 31 मार्च 2022 l 30 अप्रैल 2022 l 30 जून 2022 l 30 सितंबर 2022 l 30 नवंबर 2022।