नोएडा प्रवेश द्वार से महामाया फ्लाईओवर तक सड़क चौड़ीकरण की योजना पर लगा विराम, बड़ी संख्या में पेड़ बने वजह
नोएडा सेक्टर-14-ए स्थित प्रवेश द्वार से लेकर फिल्म सिटी होते हुए सेक्टर-37 स्थित महामाया फ्लाईओवर के बीच जाम की समस्या को खत्म करने के लिए तीसरी योजना भी फेल हो गई है। बड़ी संख्या में पेड़ होने के कारण सड़क चौड़ीकरण की योजना पर विराम लग गया है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा सेक्टर-14-ए स्थित प्रवेश द्वार से लेकर फिल्म सिटी होते हुए सेक्टर-37 स्थित महामाया फ्लाईओवर के बीच जाम की समस्या को खत्म करने के लिए तीसरी योजना भी फेल हो गई है। सड़क के दोनों तरफ जगह न होने और बड़ी संख्या में पेड़ होने के कारण सड़क चौड़ीकरण की योजना पर विराम लग गया है।
ऐसे में पांच लाख वाहन चालकों को प्रतिदिन होने वाली परेशानी से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। इस मार्ग पर जाम को खत्म करने के लिए अब नोएडा प्राधिकरण पूरी तरह से चिल्ला ऐलिवेटेड योजना पर निर्भर हो गया है।
नोएडा प्रवेश द्वारा से महामाया फ्लाईओवर के बीच जाम को खत्म करने के लिए सबसे पहले यू-टर्न बनाए जाने की योजना बनाई गई, लेकिन इसके लिए सड़क को चौड़ा करने की जगह नहीं मिली। हालांकि सेक्टर-15-ए के दोनों तरफ यू-टर्न बनाए गए, लेकिन इससे जाम से कोई राहत नहीं मिली।
इसके बाद यहां हाफ फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई गई, लेकिन जितनी संख्या में यहां से प्रतिदिन वाहन गुजरते हैं, उन्हें रोककर फ्लाईओवर बनाए जाने की स्थिति भी नहीं बन सकी। जिस कारण इस योजना को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
अब इस मार्ग को नोएडा प्रवेश द्वार से लेकर महामाया फ्लाईओवर तक चौड़ा करने की योजना बनाई गई, लेकिन सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में पेड़ हैं। इन सभी को शिफ्ट किया जाना संभव नहीं है। वहीं राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल और सेक्टर-15-ए के सामने जमीन की उपलब्धता न के बराबर है। ऐसे में इस योजना पर भी फिलहाल विराम लग गया है। इस मार्ग पर जाम खत्म करने के लिए अब नोएडा प्राधिकरण पूरी तरह से चिल्ला ऐलिवेटेड योजना पर निर्भर हो गया है।
नोएडा प्राधिकरण के सर्किल-1 वरिष्ठ प्रबंधक डोरी लाल ने बताया कि प्राधिकरण अधिकारियों का मत है इस चौड़ाई के लिए उन्हें काफी पेड़ काटने पड़ेंगे साथ ही राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल के सामने की जगह को कम करना पड़ेगा। तकनीकी रूप से इसे कर पाना संभव नहीं है।
उन्होंने बताया कि चौड़ीकरण की योजना के तहत दिल्ली से डीएनडी होकर लूप के जरिए एक्सप्रेस वे की तरफ जाने वाले वाहनों को सीधे मुख्य सड़क पर नहीं मिलाकर करीब 500 मीटर आगे उतारने की योजना थी। फिल्म सिटी के आसपास इसे जोड़ा जाना था, इसके लिए तीन मीटर का कारीडोर बनाया जाना था। दूसरी तरफ से ग्रेनो से सेक्टर-18 की ओर चढ़ने वाला लूप, दलित प्रेरणा स्थल के सामने एक लेन अतिरिक्त बनाए जाने की संभावना तलाश की जा रही थी।
अब एकमात्र विकल्प चिल्ला ऐलिवेटेड
इस मार्ग पर जाम से निजात दिलाने के लिए अब सिर्फ चिल्ला ऐलिवेटेड रोड की एकमात्र जरिया नजर आ रहा है। योजना वर्ष 2008 में तैयार की थी। दिसंबर 2021 में पूरी होने वाली परियोजना पर अभी तक महज 13 प्रतिशत ही काम हो सका है। 25 जनवरी 2019 को इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। कई वर्ष तक रुकी योजना को पूरा करने के लिए अब चिल्ला एलिवेटेड का निर्माण शुरू करने लिए नोएडा प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक में संशोधित बजट 801 करोड़ रुपये निर्धारित किया है। मामले में फाइनल एस्टीमेट आइआइटी के पास जांच को भेजा गया है, वहां से एस्टीमेट आने के बाद परियोजना का कार्य फिर से शुरू किया जाएगा। हालांकि परियोजना को पूरा होने में कम से कम दो वर्ष का समय लगेगा।
नंबर गेम
- 5 किलोमीटर है लंबाई
- 5 लाख वाहन गुजरते हैं प्रतिदिन
- 3 योजनाएं बनी जाम खत्म करने को