नोएडा में नामी स्कूल में दाखिले के लिए आधार कार्ड में करा दिया बदलाव, ऐसे पकड़ी गई अभिभावकों की चालाकी
शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत अभिभावकों ने नामी स्कूल में दाखिले की चाह के लिए आधार कार्ड में पता बदलवा लिया। अभिभावकों की यह चालाकी निजी स्कूलों ने पकड़ ली है। विभाग की ओर से सत्यापन के समय भी यह कमी पकड़ी नहीं जा सकी। कई अभिभावकों ने छात्र का पता तो बदलवा दिया हैंलेकिन खुद का आधार कार्ड में पुराना ही पता है।
अंकुर त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत अभिभावकों ने नामी स्कूल में दाखिले की चाह के लिए आधार कार्ड में पता बदलवा लिया। अभिभावकों की यह चालाकी निजी स्कूलों ने पकड़ ली है। अभिभावक बच्चों का पता बदलवाकर किरायानामा लगाकर दाखिला कराने में जुटे हुए हैं।
विभाग की ओर से सत्यापन के समय भी यह कमी पकड़ी नहीं जा सकी। कई अभिभावकों ने छात्र का पता तो बदलवा दिया हैं,लेकिन खुद का आधार कार्ड में पुराना ही पता है। गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद भी अभिभावक बीएसए कार्यालय आकर दाखिला न होने का विरोध जता रहे हैं।
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीट की गई हैं आवंटित
शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में जरूरतमंद छात्रों के लिए 25 प्रतिशत सीट आवंटित की गई है, लेकिन जरूरतमंद छात्रों से ज्यादा खुद अपने बच्चों को पढ़ाने में सक्षम अभिभावक इस योजना के तहत आवेदन कर रहे हैं,जिसका नुकसान पात्र लोगों को उठाना पड़ रहा है।
विभाग ने ऐसे अभिभावकों पर शिकंजा कसने का प्रयास किया तो उन्होंने उसे निकालने के नए तरीके ढूंढ लिए। विभाग ने ग्राम पंचायत के दायरे और एक किलोमीटर के अंदर ही आने वाले स्कूल में आवेदन करने का नियम बनाया। अभिभावकों ने नामी स्कूल की चाह में इसका भी तोड़ ढूंढ लिया। अभिभावक पता बदलवाने लगे हैं, वह स्कूल के एक किलोमीटर के दायरे आने वाला पता डलवा कर आवेदन कर रहे है।
रिश्तेदार और दोस्त के पते पर बनवा रहे किरायानामा
अभिभावक स्कूल में दाखिला लेने के लिए अपने छात्र के आधार कार्ड में पता बदलवाने लगे हैं। जिसके लिए वह अपने रिश्तेदार, दोस्त और जान पहचान वालों का सहारा ले रहे हैं, जिसके बाद वह नामी स्कूल में दाखिले के लिए आवेदन करते हैं। ताकि उनके बच्चे का नंबर उस स्कूल में आ जाए, लेकिन कुछ अभिभावक इसमें मार खा रहे हैं,जिनकी हेराफेरी कई निजी स्कूलों ने पकड़ी है।
छात्र के आधार कार्ड में तो पता बदलवा लेते हैं, परंतु खुद के आधार कार्ड में पता बदलवाना भूल जाते हैं। जब स्कूल प्रबंधन माता-पिता का आधार कार्ड मांगते हैं तो उसमें कुछ और ही पता लिखा हुआ मिलता है। जो कि बच्चे के आधार कार्ड से बिल्कुल अलग होता है। ऐसे में निजी स्कूलों में इन अभिभावकों का दाखिला लेने से इनकार कर दिया है।
आधार कार्ड में पता बदलवाकर आवेदन करने के कई मामले सामने आए हैं। जो नियमों के विरुद्ध है। ऐसे अभिभावकों के दाखिले निजी स्कूलों में नहीं हुए हैं। हर पात्र छात्र का दाखिला कराना विभाग की प्राथमिकता है।
- राहुल पंवार, बेसिक शिक्षा अधिकारी