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ओम बिरला बोले- संस्कृति के कारण देश की विश्व में है अलग पहचान

गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ओम बिरला ने कहा कि हमारी संस्कृति सनातन है और भारतीय संस्कृति के कारण ही देश की विश्व में आज एक विशिष्ट पहचान है।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 10 Feb 2020 09:56 AM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2020 09:56 AM (IST)
ओम बिरला बोले- संस्कृति के कारण देश की विश्व में है अलग पहचान
ओम बिरला बोले- संस्कृति के कारण देश की विश्व में है अलग पहचान

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय प्रेरणा विमर्श-2020 विरासत कार्यक्रम का रविवार को समापन हो गया। समापन सत्र के अवसर पर राजनैतिक और फिल्म जगत के प्रबुद्ध चेहरे उपस्थित रहे। सभी ने भारतीय संस्कृति, परंपरा सहित अनेक विषयों पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला थे।

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भारतीय संस्कृति की विशिष्टता को रेखांकित करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह सत्य और सतत है। कहा हमारी संस्कृति सनातन है और भारतीय संस्कृति के कारण ही देश की विश्व में आज एक विशिष्ट पहचान है। भारतीय संस्कृति मानवीय मूल्यों और भाईचारा का संदेश देती है। भारत एक मजबूत लोकतंत्र है, यह लोकतंत्र पुरातत्व संस्कृति है, जो आजादी के पहले से ही विद्यमान है। इस संस्कृति को न मुगल मिटा सके, न अंग्रेज।

राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों को लेकर भ्रम फैलाया गया- रामलाल 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने कहा कि भारत में राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों को लेकर भ्रम फैलाया गया है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने धर्म और रिलीजन के भेद को स्पष्ट करते हुए कहा कि दोनों को एक अर्थ में नहीं लिया जा सकता। धर्म का आधार पूजा पद्धति है, जबकि धर्म में पूजा पद्धति के अतिरिक्त और भी कई विषय सम्मिलित हैं।

समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता- मृदुला सिन्हा 

गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है। सम्मेलनों में केवल महिलाओं की उपस्थिति ही नहीं होनी चाहिए, बल्कि महिला सुरक्षा व समस्या, महिला लेखन के स्तर की चर्चा भी होनी चाहिए।

भारत की संस्कृति विश्व में प्राचीन व विशिष्ट - जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह

प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व में प्राचीन व विशिष्ट है। वेद, नदियां हमारी विरासत हैं, हमारे संस्कार, वाणी, विचार अदभुत हैं। अभिनेता गजेंद्र चौहान ने कहा जब तक अपने देश, अपने समाज को अपना नहीं समझेंगे, तब तक समाज की अव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती। सत्र के दौरान ही केशव संवाद पत्रिका के सिने विमर्श और भारतीय विरासत विशेषांक का विमोचन किया गया।

विजेताओं को पुरस्कृत किया गया

निबंध और पत्रकार प्रतिभा खोज परीक्षा के विजेताओं के साथ ही फिल्म फेस्टिवल के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। निबंध प्रतियोगिता में आइएमएस के आयुष श्रीवास्तव, आइआइएमटी कॉलेज की ऋशिता सिंह और आइएमएस की श्वेता आर्या को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिया गया। विशेष प्रोत्साहन पुरस्कार दिव्यांग ऋतु श्रीवास्तव को मिला। विवि के वीसी भगवती प्रकाश शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया व विजेताओं को पुरस्कृत किया।


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