UP: अब ईस्ट और वेस्ट होगी दिल्ली से सटे शहर ग्रेटर नोएडा की पहचान, तेज गति से होगा विकास
एक सर्किल में अब कई-कई सेक्टर और गांव एक साथ होंगे। नए सर्किलों को व्यवस्थित तरीके से विभाजित किया गया है। समूचे सर्किल को भौगोलिक रूप से एक साथ जोड़ा गया है।
ग्रेटर नोएडा [धर्मेंद्र चंदेल]। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Greater Noida Industrial Development Authorit) ने सुविधाओं में इजाफा करने के साथ लोगों की सहूलियत के लिए ग्रेटर नोएडा को ईस्ट और वेस्ट का नाम दिया है। ऐसें उत्तर प्रदेश का सबसे आधुनिक शहर अब ग्रेटर नोएडा ईस्ट और ग्रेटर नोएाड वेस्ट के नाम से जाना जाएगा।
आठ सर्किलों में विभाजित होगा शहर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए नए निर्णय के तहत समूचे शहर को आठ सर्किलों में विभाजित किया गया है। एक सर्किल में अब कई-कई सेक्टर और गांव एक साथ होंगे। नए सर्किलों को व्यवस्थित तरीके से विभाजित किया गया है, ताकि विकास का राह और आसान हो सके।
सीवर और पानी के लिए बना अलग सर्किल
विकास के लिए समूचे सर्किल को भौगोलिक रूप से एक साथ जोड़ा गया है। सीवर लाइन और पानी सप्लाई के लिए अलग से सर्किल बना दिया गया है। दोनों सर्किल अपना कार्य अलग से देखेंगे। स्वास्थ्य, परियोजना, ग्राम विकास और शहरी सेवा विभाग का इसमें दखल नहीं होगा। शहर में सीवर और पानी सप्लाई की दिक्कत आएगी तो उसे दूर करने की जिम्मेदारी इन्हीं दो सर्किलों पर होगी।
सभी सर्किलों के प्रभारी हुई नियुक्त
शुक्रवार को प्राधिकरण सीईओ नरेंद्र भूषण ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर सभी सर्किलों को नए सिरे से विभाजित कर उनमें प्रभारी नियुक्त किए। सूरजपुर से लेकर कासना-खेरली नहर तक पांच सर्किल होंगे। यह क्षेत्र ग्रेटर नोएडा ईस्ट के नाम से पुकारा जाएगा।
परीचौक के क्षेत्र को जाना जाएगा ग्रेटर नोएडा ईस्ट के नाम से
नरेंद्र भूषण (सीईओ, ग्रेनो प्राधिकरण) के मुताबिक, विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए शहर में नए सिरे से सर्किल बनाए गए हैं। ग्रेटर नोएडा को ईस्ट व वेस्ट में विभाजित किया गया है। गाजियाबाद और नोएडा से सटा क्षेत्र ग्रेनो वेस्ट के नाम से पुकारा जाएगा, जबकि दनकौर, खेरली नहर तक का क्षेत्र ग्रेटर नोएडा ईस्ट से जाना जाएगा।