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Noida Hospital: जंजीर में व्हील चेयर, कंधे पर मरीज; ESIC अस्पताल में चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं

कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही सेक्टर-24 स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को स्ट्रेचर व व्हील चेयर तक नहीं मिल पा रही रही है।

By MOHD BilalEdited By: Abhi MalviyaPublished: Wed, 29 Mar 2023 09:47 PM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2023 09:47 PM (IST)
Noida Hospital: जंजीर में व्हील चेयर, कंधे पर मरीज; ESIC अस्पताल में चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं
सेक्टर-24 स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं।

 नोएडा, जागरण संवाददाता। कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही सेक्टर-24 स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को स्ट्रेचर व व्हील चेयर तक नहीं मिल पा रही रही है। गंभीर मरीजों को स्वजन गोद या कंधों का सहारा देकर इमरजेंसी डाक्टर कक्ष तक ले जा रहे हैं।

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प्रतिदिन पहुंचते है 2 हजार लोग 

ईएसआइसी अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन दो हजार से अधिक लोग पहुंचते हैं। इनमें बड़ी संख्या में गर्भवती, बुजुर्ग, दिव्यांग भी शामिल होते हैं। अस्पताल में ऐसे मरीजों को सुविधा के लिए स्ट्रेचर और व्हीलचेयर उपलब्ध कराने का प्रविधान है। लेकिन मरीजों को व्हील चेयर तभी मिलती है जब स्वजन कोई आइडी कार्ड मसलन आधार कार्ड, पहचान पत्र, पैन कार्ड आदि जमा कराना हैं। ऐसे में पहली बार आए मरीजों को परेशानी होती है।

मरीजों का कहना है कि पंजीकरण काउंटर पर मौजूद ओपीडी स्लिप मान्य नहीं मानते हैं। जबकि व्हीलचेयर, स्ट्रेचर आदि के दौरान स्टाफ ईएसआइसी कार्ड जमा कर लेते हैं। ऐसे में कई बार लाइन से हटकर ईएसआइसी कार्ड पाने के लिए ओपीडी नर्सिंग स्टाफ और ईंचार्ज से जद्दोजहद करनी पड़ती है।

स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी का खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है। आरोप है कि व्हीलचेयर, स्ट्रेचर का इस्तेमाल होने के बाद मरीज से जहां-तहां छोड़कर चले जाते हैं। इस कारण उनसे आइडी आदि कार्ड लिया जाता है। इलाज को आए कृष्णपाल के स्वजन ने कहा कि व्हीलचेयर नहीं मिलने से मरीज को कंधे पर ओपीडी कक्ष तक ले जाना पड़ा।

अस्पताल में थायराइड जांच बंद

अस्पताल में एक बार फिर से थायराइड जांच मशीन खराब होने के कारण बंद हो गई है। मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीज के स्वजन निजी अस्पताल में जांच कराने को मजबूर हैं। अस्पताल में थायराइड जांच के लिए प्रतिदिन 200 से 300 मरीज पहुंचते हैं। इन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

प्रशिक्षु ले रहे रक्त नमूना 

अस्पताल में रक्त जांच के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विभिन्न कालेज से आए प्रशिक्षु छात्र मरीजों का रक्त नमूना लेते हैं। नमूना लेने के दौरान कई बार मरीजों को असहज की स्थिति का सामना करना पड़ता है। इस दौरान मरीजों और स्टाफ में बहसबाजी होती है।

ओपीडी में इलाज को आए मरीजों के स्वजन को ईएसआइसी कार्ड दिखाने को कहा जाता है। इसके बाद व्हील चेयर उपलब्ध कराई जाती है। कहीं कोई समस्या नहीं है। वहीं थायराइड की जांच मशीन खराब होने के कारण बंद है। जल्द मशीन सही होने के बाद जांच शुरू कर दी जाएगी। डा. सोना बेदी, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट, ईएसआइसी अस्पताल


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