Move to Jagran APP

सीनियर IAS अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने नोएडा पहुंची आंध्र प्रदेश पुलिस की CID टीम, ताला लटके देखा तो...

उत्तर प्रदेश की सीनियर आइएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस की सीआइडी शनिवार को नोएडा पहुंची। स्थानीय पुलिस से संपर्क कर टीम सेक्टर-50 स्थित उस पते पर पहुंची जहां से आरोपित को गिरफ्तार करना था।

By Ravi prakash singhEdited By: Abhi MalviyaPublished: Sat, 25 Mar 2023 08:18 PM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2023 08:18 PM (IST)
सीनियर IAS अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने नोएडा पहुंची आंध्र प्रदेश पुलिस की CID टीम, ताला लटके देखा तो...
सीनियर आइएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस की सीआइडी शनिवार को नोएडा पहुंची।

नोएडा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश की सीनियर आइएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस की सीआइडी शनिवार को नोएडा पहुंची। स्थानीय पुलिस से संपर्क कर टीम सेक्टर-50 स्थित उस पते पर पहुंची, जहां से आरोपित को गिरफ्तार करना था। मकान में ताला लगा देख टीम बिना किसी को गिरफ्तार किए वापस लौट आई।

loksabha election banner

जानें पूरा मामला

डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि आंध्रप्रदेश पुलिस की टीम सेक्टर-50 स्थित एक पते से एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने आई थी। हालांकि, वहां की पुलिस नोएडा से किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करके नहीं ले गई है। टीम जब पते पर पहुंची तो वहां पर ताला लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि सीआइडी की टीम जिस सीनियर आइएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी, उस पर 3300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है।

सीनियर आइएएस वर्तमान में प्रदेश के एक महत्वपूर्ण विभाग में निदेशक के पद पर हैं और पूर्व में भी प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। वह कई साल पहले आंध्र प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर गई थीं। वह उस समय स्किल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में तैनात थीं। आरोप है कि प्रतिनियुक्ति के दौरान अधिकारी ने अपने पति को 3,300 करोड़ रुपये का ठेका दिलाया था। उनके पति ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे ठेका लिया था। इसी मामले में आंध्र प्रदेश की टीम नोएडा पहुंची थी।

एडीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि संबंधित व्यक्ति को पूर्व में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। होली के आसपास उसे बेल मिलने की बात कही जा रही है। आशंका है कि इसी प्रकरण में दोबारा गिरफ्तारी करने के लिए टीम पहुंची थी। सीनियर आइएएस के पति सीमेंस के पूर्व कर्मचारी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीमेंस इंडस्ट्रियल सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड से सॉफ्टवेयर खरीदा गया।

परियोजना के तहत आपूर्ति किए जाने वाले सॉफ्टवेयर की वास्तविक लागत 58 करोड़ रुपये थी, लेकिन कीमत 3,300 करोड़ रुपये तक बढ़ाई गई। परियोजना रिपोर्ट में हेरफेर किया गया। सुबह से ही आइएएस के पति के गिरफ्तारी की खबरें अलग-अलग ग्रुप पर चलती रहीं,हालांकि देर शाम तक नोएडा पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। आंध्र प्रदेश से आई टीम में कुल चार लोग शामिल थे। टीम दोपहर दो बजे के करीब नोएडा के पते पर पहुंची थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.