Yamuna Expressway: लाखों वाहन चालकों के लिए अहम खबर, 60 kmph हो सकती है स्पीड
Yamuna Expressway यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार साठ किमी प्रति घंटा तक की जा सकती है। कोहरे के प्रकोप को देखते हुए यमुना प्राधिकरण इस पर विचार कर रहा है।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार साठ किमी प्रति घंटा तक की जा सकती है। कोहरे के प्रकोप को देखते हुए यमुना प्राधिकरण इस पर विचार कर रहा है। प्राधिकरण अधिकतम रफ्तार सीमा को सौ से घटाकर अस्सी किमी प्रति घंटा पहले ही कर चुका है। इसके साथ ही कोहरे को देखते हुए वाहन चालकों से एहतियात बरतने की अपील की गई है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार सीमा सौ किमी प्रति घंटा है। जबकि भारी वाहनों के लिए गतिसीमा साठ किमी प्रति घंटा है। सर्दियों के दौरान कोहरे के कारण एक्सप्रेस वे पर पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं। इसे देखते हुए प्राधिकरण ने पंद्रह दिसंबर से एक्सप्रेस वे पर हल्के वाहनों के लिए अधिकतम रफ्तार सीमा को सौ से घटाकर अस्सी कर दिया था, लेकिन अब घने कोहरे का प्रकोप शुरू हो चुका है। इससे एक्सप्रेस वे पर वाहनों की तेज रफ्तार हादसे का कारण बन सकती है। इसे देखते हुए प्राधिकरण वाहनों की रफ्तार सीमा को और कम करने पर विचार कर रहा है।
अधिकतम रफ्तार को साठ से सत्तर किमी प्रति घंटा तक किया जा सकता है। इसके लागू होने के बाद अगर वाहन चालक तेज रफ्तार में चलेंगे तो उनके खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई हो सकती है। इसी के साथ वाहन चालकों से अपील की गई है कि वह कोहरे की स्थिति को देखते हुए एहतियात बरतें और वाहनों की गति पर नियंत्रण के साथ उसकी फिटनेस व निर्धारित लेन का उल्लंघन करने से बचें। एक्सप्रेस वे के कर्मियों को भी सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर भी पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। चालकों को जागरूक किया जा रहा है।
डा. अरुणवीर सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) का कहना है कि यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार सीमा अस्सी किमी प्रति घंटा कर दी गई है। अगर कोहरे का प्रकोप अधिक बना रहा तो रफ्तार सीमा को और कम किया जा सकता है।