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Noida News: पूर्व में लिफ्ट में फंसने की हुई हैं कई घटनाएं, लिफ्ट सुरक्षा को लेकर नहीं बनी है कोई स्पष्ट नीति

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में कई बार लोगों के लिफ्ट में फंसने की घटनाएं घटित हो चुकी है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि सोसायटियों को मूलभूत सुविधाओं से लैस होने का दावा कर अधूरे इंतजामों के बीच बसाया गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 06 Oct 2022 01:16 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 01:16 PM (IST)
Noida News: पूर्व में लिफ्ट में फंसने की हुई हैं कई घटनाएं, लिफ्ट सुरक्षा को लेकर नहीं बनी है कोई स्पष्ट नीति
लिफ्ट सुरक्षा को लेकर नहीं बनी है कोई स्पष्ट नीति।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। लिफ्ट में फंसने से कोई भी शख्स परेशान हो जाता है। खासकर वह बच्चा हो तो और मामला गंभीर हो सकता है। ऐसा ही एक मामला दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सामने आया है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित पैरामाउंट इमोशंस हाउसिंग सोसायटी में मंगलवार की रात एक 10 वर्षीय बच्चे के लिफ्ट में फंस गया। आश्चर्च की बात यह है कि वह बच्चा करीब 45 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। 

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बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में कई बार लोगों के लिफ्ट में फंसने की घटनाएं घटित हो चुकी है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि सोसायटियों को मूलभूत सुविधाओं से लैस होने का दावा कर अधूरे इंतजामों के बीच बसाया गया है। सोसायटियों में सबसे ज्यादा लिफ्ट गिरने व खराब होने की घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि उनसे सुविधा शुल्क के नाम पर प्रतिमाह दस से 15 हजार रुपये वसूल किए जाते हैं। बिल्डरों द्वारा लिफ्ट का मेंटेनेंस समय पर नहीं कराया जाता । ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने लिफ्ट सुरक्षा को लेकर कोई स्पष्ट नीति लागू नहीं की है। इसका खामियाजा सोसायटी के लोग आए दिन भुगत रहे हैं।

लाखों खर्च किए फिर भी नहीं मिल रहीं सुविधाएं

सोसायटियों में आए दिन लिफ्ट खराब होने व टूटने की घटनाओं से लोग सहम गए हैं । लोगों में इस कदर डर बैठ गया है कि काफी लोग ऐसे हैं जो लिफ्ट का प्रयोग करने से बचने लगे हैं। अन्य लोग डर के साए में लिफ्ट का प्रयोग करने को विवश हैं । नियम के तहत समय-समय पर लिफ्ट कि सर्विस होनी जरूरी है, लेकिन रखरखाव प्रबंधन पैसों की चाह में लोगों की जान को भी दांव पर लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।

कई बार सोसायटी की लिफ्ट खराब हो चुकी है। महिला बच्चों के साथ बुजुर्ग लिफ्ट में फंस चुके हैं। जवाबदेही तय न होने के चलते रखरखाव के नाम पर मोटा शुल्क वसूलने के बाद भी बिल्डर उदासीन बने हैं।

आनंद शर्मा, पैरामाउंट इमोशंस

आए दिन लिफ्ट खराब होने की घटनाए बढ़ रही है, लेकिन रखरखाव प्रबंधन द्वारा मामले का संज्ञान नहीं लिया जाता। बिल्डर प्रबंधन की उदासीनता का खामियाजा सोसायटी के लोग भुगतने को मजबूर है।

चंदन चौधरी, पैरामाउंट इमोशंस

सोसायटियों में लोगों के लिफ्ट में फंसने की घटनाएं

  1. 2 जून 2017 को निराला एस्टेट सोसायटी की लिफ्ट में युवती काफी देर तक फंसी
  2. 3 जुलाई 2018 गौर सौंदर्यम सोसायटी की लिफ्ट में दो महिलाएं फंसी
  3. 7 जुलाई 2018 को एवीजी हाइट सोसायटी की लिस्ट में लोग फंसे
  4. 25 अप्रैल 2018 ईकोविलेज दो सोसायटी की लिफ्ट में 9 साल का बच्चा आधे घटे तक फंसा रहा
  5. 7 अगस्त 2018 प्लूमेरिया गार्डन सोसायटी में लिफ्ट गिरने से महिला व बच्ची घायल
  6. 8 नवंबर 2018 को ला रेजिडेंशिया सोसायटी की लिफ्ट में बीमार महिला सहित कई लोग आधे घटे तक फंसे
  7. 12 अप्रैल 2021 - ग्रेनो वेस्ट की पैरामाउंट सोसायटी में सेवानिवृत सैनिक फंसा
  8. 28 जून 2021 - पाम ओलंपिया सोसायटी में एक किशोर आधे घंटे तक फंसा रहा।
  9. नौ जुलाई 2021 - गौर सिटी के 16 एवेन्यू में महिला लिफ्ट में फंसी
  10. 28 अगस्त 2021- गौर सिटी 14 एवेन्यू में एक निवासी लिफ्ट में फंसा
  11. नौ नवंबर 2021 - गौर सिटी के प्रिस्टीन एवेन्यू में पति -पत्नी लिफ्ट में फंसे
  12. 25 दिसंबर 2021 - शाया जीओन सोसायटी में दो बच्चे लिफ्ट में फंसे
  13. 16 फरवरी 2022- एसोटेक स्प्रिंग फील्ड सोसायटी में 15 मिनट तक डाक्टर फंसा
  14. 18 सितंबर 2022 -लारेजिडेंसिया सोसायटी में दो महिला व एक पुरुष 20 मिनट तक फंसा

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