Tablighi Jamaat case: 5 जमाती ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार, छिपाई थी निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात
आरोप है कि बेगमपुर गांव में जमाती छिप कर रहे थे और उन्होंने दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात जिला प्रशासन से छिपाई थी।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा में संक्रमण फैलाने वाले पांच जमाती को सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले ईकोटेक तीन, दनकौर व रबूपुरा क्षेत्र में भी जमातियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। आरोप है कि बेगमपुर गांव में जमाती छिप कर रहे थे और उन्होंने दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात जिला प्रशासन से छिपाई थी। इस वजह से संक्रमण फैला था और कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई थी।
वहीं कासना कोतवाली क्षेत्र की एच्छर मस्जिद में जमातियों को शरण देने वाला मौलवी अब्दुल रहमान को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। मौलवी 20 दिन से पुलिस को चकमा दे रहा है। आरोप है कि मौलवी ने मस्जिद में दस जमातियों को शरण दी थी। जिनके संपर्क में आने से 61 लोगों को क्वारंटाइन कराना पड़ा था।
सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के बेगमपुर गांव से पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर मंगलवार सुबह पांच जमातियों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान वसीम, नूरहसन, कासिम व दीवान के रूप में हुई है। सभी आरोपित बेगमपुर गांव के रहने वाले हैं और निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। बेगमपुर में रहने वाले वाले जमातियों की कोरोना रिपोर्ट पूर्व में पॉजिटिव आ चुकी है, इनके संपर्क में आने से महिलाओं को भी क्वारंटाइन कराना पड़ा था। मरकज में शामिल हुए जमातियों ने संक्रमण फैलाया और मरकज में शामिल होने की सूचना प्रशासन को नहीं दी। आरोपितों के खिलाफ कोविड 19 की रोकथाम को लगाये गए लॉकडाउन के नियमों का उल्लघंन के तहत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा आरोपितों के खिलाफ आपदा प्रबंधन के तहत भी कार्रवाई की गई है।
मौलवी की तलाश में दबिश
कासना कोतवाली में एच्छर मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन बीस दिन से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस उसको नहीं पकड़ सकी है। पुलिस ने उसकी तलाश में कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। उसका सहयोगी रहमत अली अभी फरार है। पुलिस की टीमें दोनों की तलाश कर रही है।
हरीश चंदर (डीसीपी, सेंट्रल नोएडा) का कहना है कि पांच जमातियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने मरकज में शामिल होने की बात पुलिस से छिपाई थी। संक्रमण फैलाने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।