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Gautambuddha Nagar LS Election: ईवीएम पर दी वोट की चोट, वीवीपैट ने दूर की शंका; खिल गए मतदाताओं के चेहरे

राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगातार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) पर सवाल खड़े किये जा रहे हो लेकिन दूसरे चरण में शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर हुए मतदान में मतदाताओं ने ईवीएम पर विश्वास जताया और वोट की चोट दी। ईवीएम पर वोट देने के बाद वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) पर वोट की पर्ची देखकर उन्हें संतोष हुआ।

By Ankur Tripathi Edited By: Pooja Tripathi Published: Sat, 27 Apr 2024 10:33 AM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 10:33 AM (IST)
मतदान के बाद मतदान कर्मियों के खिले चेहरे। जागरण

अंकुर त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगातार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) पर सवाल खड़े किये जा रहे हो, लेकिन दूसरे चरण में शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर हुए मतदान में मतदाताओं ने ईवीएम पर विश्वास जताया और वोट की चोट दी।

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ईवीएम पर वोट देने के बाद वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) पर वोट की पर्ची देखकर उन्हें संतोष हुआ। मतदान देकर निकल रहे मतदाताओं ने कहा कि ईवीएम से खिलवाड़ करने वाली बात में कोई भी दम नहीं है।

उन्होंने जिस प्रत्याशी को वोट दिया वही पर्ची वीवीपैट मशीन पर दिखाई दी,जिससे उनकी सारी शंकाएं दूर हो गई। दरअसल, बीते कई सालों से राजनीतिक दलों के नेता ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

चुनाव आयोग ने लोगों की शंकाएं दूर करने को किया उपाय

कई नेता अपने भाषणों में हार का ठीकरा भी इन्हीं मशीनों पर फोड़ते हैं, लेकिन जिन राज्यों में इनकी सरकार बन जाती है वहां वह ईवीएम पर सवाल नहीं खड़े करते हैं।

चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए ही वीवीपैट मशीन की पहल थी, जिससे मतदाताओं के मन की शंकाएं दूर हो जाएं। बिलासपुर में रहने वाली राजवती ने बताया कि ईवीएम पर बटन दबाकर मनपसंद प्रत्याशी को वोट दिया, जिसे वोट दिया उसी का चुनाव चिह्न वीवीपैट पर भी दिखाई दिया।

ईवीएम से ही होगा मतदान

सुप्रीम कोर्ट ने भी साफ कर दिया है कि मतदान ईवीएम मशीन से ही होगा। ईवीएम वीवीपैट का 100 फीसदी मिलान नहीं किया जाएगा। 45 दिनों तक वीवीपैट की पर्ची सुरक्षित रहेगी।

ये पर्चियां उम्मीदवारों के हस्ताक्षर के साथ सुरक्षित रहेगी। चुनाव आयोग ने फैसले का स्वागत किया है। चुनाव आयोग का कहना है कि ऐसी शंकाओं से मतदान पर असर पड़ता है। ईवीएम और वीवीपैट में किसी तरह की छेड़छाड़ करना संभव ही नहीं है।

कलक्ट्रेट व विकास भवन में कराया गया था माक मतदान

सूरजपुर स्थित कलक्ट्रेट व विकास भवन में चुनाव आयोग की ओर से जागरूकता बढ़ाने के लिए करीब एक माह तक लोगों से माक मतदान कराया गया, जिससे उनकी सारी शंकाएं दूर हो जाए। दोनों जगह पर आने वाले करीब 100 लोग प्रतिदिन माक मतदान करते थे। मतदान करने के बाद वह चुनाव आयोग की प्रकिया की तारीफ करके ही जाते रहे।

मतदान देने के बाद वीवीपैट मशीन पर वही पर्ची दिखाई दी,जिस प्रयाशी को वोट दिया था। - मीनाक्षी

वीवीपैट आने से पारदर्शिता बढ़ी है। ईवीएम पर बटन दबाकर मनपसंद प्रत्याशी को चुुना है। जिस पार्टी को वोट दिया उसी की पर्ची दिखाई दी। - संजू


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