Yamuna Expressway पर एक हफ्ते में मिलने वाली है बड़ी सुविधा, फास्टैग से टोल टैक्स का भुगतान करेंगे यात्री
Fastag Facility on Yamuna Expressway एक्सप्रेस वे के तीनों टोल प्लाजा जेवर मथुरा व आगरा में फास्टैग के लिए जरूरी तकनीकी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। एक सप्ताह में यह सुविधा वाहन चालकों के लिए शुरू हो जाएगी। वाहन चालक फास्टैग से टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे।
ग्रेटर नोएडा [अरविंद मिश्रा]। Fastag Facility on Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे पर फास्टैग सुविधा लागू होने जा रही है। एक सप्ताह में वाहन चालकों को यह सुविधा मिल जाएगी। एक्सप्रेस वे के दोनों ओर की दो-दो लेन फास्टैग होंगी। शेष लेन नकद टोल टैक्स भुगतान वाले वाहन चालकों के लिए होंगी। एक्सप्रेस वे आइआइटी दिल्ली के सुरक्षा उपायों पर कार्य शुरू करने के लिए सोमवार को बैठक बुलाई गई है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस वे अभी तक फास्टैग सुविधा से लैस नहीं है। इस वजह से एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। टोल टैक्स की मैनुअल व्यवस्था के कारण जाम की स्थिति बनती है।
त्योहार व सप्ताहांत में एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारें लगती हैं। 165 किमी की दूरी तय करने में चालकों को काफी समय लगता है। एक्सप्रेस वे पर फास्टैग की सुविधा को लेकर दैनिक जागरण ने अभियान चलाया था। इसका संज्ञान लेते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने एक्सप्रेस वे की संचालक कंपनी जेपी इंफ्राटेक को निर्देश दिए थे कि टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा वाहन चालकों को दी जाए।
एक्सप्रेस वे के तीनों टोल प्लाजा, जेवर, मथुरा व आगरा में फास्टैग के लिए जरूरी तकनीकी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। एक सप्ताह में यह सुविधा वाहन चालकों के लिए शुरू हो जाएगी। वाहन चालक फास्टैग से टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। इससे यात्रा समय में बचत के साथ टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी। हालांकि जो वाहन चालक नकद टोल टैक्स का भुगतान करना चाहेंगे। उनके लिए भी टोल पर बूथ निर्धारित रहेंगे।
सुरक्षा उपाय लागू करने के लिए सोमवार को बैठक
आइआइटी दिल्ली के सुझावों के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस वे को सुरक्षित बनाने की योजना है। इसके मद्देनजर सोमवार को बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में यमुना प्राधिकरण, जेपी इंफ्राटेक आदि के अधिकारी शामिल होंगे। सुरक्षा उपाय लागू करने पर 108 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह कार्य गुजरात की एक कंपनी को सौंपा गया है। इसके तहत एक्सप्रेस वे की दोनों ओर की सड़कों के बीच के स्थान के दोनों ओर क्रैश बीम बैरियर लगाए जाएंगे। तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होकर दूसरी ओर की सड़क से गुजर रहे वाहन से नहीं टकराएंगे।
यमुना एक्सप्रेस वे पर फास्टैग की सुविधा एक सप्ताह में शुरू हो जाएगी। दोनों ओर की दो-दो लेन फास्टैग वाहनों के लिए आरक्षित होंगी। आइआइटी के सुझावों को लागू कराने के संबंध में सोमवार को बैठक बुलाई गई है।
डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण