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UP Assembly Elections 2022: चर्चित भाजपा विधायक की नोएडा में एंट्री से बढ़ा वेस्ट यूपी की राजनीति का पारा

UP Assembly Elections 2022 राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अवतार सिंह भड़ाना रालोद-सपा गठबंधन के टिकट पर जेवर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने भी कई लोगों से जेवर से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।

By Jp YadavEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 09:35 AM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 09:35 AM (IST)
UP Assembly Elections 2022: चर्चित भाजपा विधायक की नोएडा में एंट्री से बढ़ा वेस्ट यूपी की राजनीति का पारा
UP Assembly Elections 2022: चर्चित भाजपा विधायक की नोएडा में एंट्री बढ़ा वेस्ट यूपी की राजनीति का पारा

नोएडा/ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। फरीदाबाद के पूर्व सांसद व वर्तमान में मुजफ्फरनगर की मीरपुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना की गौतमबुद्ध नगर में एंट्री से सियासी पारा चढ़ गया है। पिछले कई दिनों से उनका काफिला जेवर के गांवों में घूमता नजर आ रहा है। बृहस्पतिवार को भी वह गोपाल गढ़ गांव में एक जाट परिवार के यहां लगन-सगाई कार्यक्रम में शामिल हुए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह रालोद-सपा गठबंधन के टिकट पर जेवर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने भी कई लोगों से जेवर से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। अवतार सिंह की गिनती कद्दावर गुर्जर नेता के रूप में होती है। वह फरीदाबाद के अलावा व मेरठ से भी सांसद रह चुके हैं। इस बार उनकी जेवर से चुनाव लड़ने की अटकलें शुरू हो गई हैं।

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इस सीट पर पूर्व में बसपा का दबदबा रहा है। पिछली बार भाजपा के धीरेंद्र सिंह ने बसपा से दो बार विधायक रहे पूर्व मंत्री वेदराम भाटी को 21 हजार मतों से हराकर जीत दर्ज की थी। बसपा ने इस बार जेवर से नरेंद्र भाटी डाढ़ा को उम्मीदवार बनाया है। बाकी किसी भी दल ने अभी अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।

सूत्रों का कहना है कि दादरी व नोएडा सीट सपा व जेवर सीट रालोद के खाते में जा सकती है। अवतार सिंह भड़ाना रालोद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। हालांकि, गौतमबुद्ध नगर में उनकी उपस्थिति 22 सितंबर को दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के बाद उनकी जाति को लेकर उपजे विवाद से शुरू हो गई थी। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले सम्राट मिहिर भोज के आगे से गुर्जर हटा दिया गया था। इससे गुर्जर भड़क गए थे। अगले दिन चिटहेरा गांव में करीब 20 हजार गुर्जरों ने एकत्र होकर प्रदेश सरकार और भाजपा के खिलाफ कड़ी नाराजगी जाहिर की थी। इस महापंचायत में भड़ाना भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। विरोध बढ़ता देख पांच दिन बाद प्रतिमा पर सम्राट मिहिर भोज के आगे गुर्जर लिखवा दिया गया।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बार विवाद के बाद ही अवतार सिंह भड़ाना की जिले में एंट्री हुई है। अब उन्होंने जेवर में पूरा समय देना शुरू कर दिया है। फरीदाबाद व जेवर की सीमाएं मिली होने के कारण दोनों जगह के लोग रिश्तेदारी की डोर में भी बंधे हैं। इस सीट पर अनुसूचित जाति, ठाकुर, गुर्जर, मुस्लिम, जाट व ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है।

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सपा दादरी में गुर्जर पर ही लगाएगी दाव

दादरी को गुर्जरों की राजधानी कहा जाता है। विधानसभा चुनावों में यहां सभी दल गुर्जर बिरादरी के प्रत्याशी पर ही दाव लगाते हैं। सूत्रों का कहना है कि दादरी से देश के गुर्जरों में संदेश जाता है,इसलिए सपा इस बार भी दादरी से गुर्जर प्रत्याशी पर ही दाव लगाएगी। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार भाटी के यहां से चुनाव लड़ने की चर्चा है। हालांकि, पूर्व जिलाध्यक्ष फकीर चंद नागर, सुधीर भाटी भी दावेदारी कर रहे है।

नोएडा में सपा खेल सकती है ब्राह्मण कार्ड

सूत्रों का कहना है कि नोएडा में इस बार सपा ब्राह्मण जाति से किसी प्रत्याशी को मैदान में उतार सकती है। पूर्व में सपा ने नोएडा में गुर्जर बिरादरी के प्रत्याशी पर ही दाव लगाया था। ब्राह्मण जाति से अतुल शर्मा, पंडित पीतांबर शर्मा व दो दिन पहले कांग्रेस छोड़ चुके पंडित कृपाराम शर्मा का नाम चर्चाओं में हैं। गुर्जर प्रत्याशी के रूप में सुनील चौधरी का नाम सबसे ऊपर है। हालांकि, कृपाराम शर्मा के बसपा में शामिल होने की भी अटकलें लगाई जा रही है।


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