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स्‍टाफ की कमी होने से बिजली चोरी रोकथाम राम भरोसे , दो दारोगा को सौंपा चार हजार मामलों की जांच का जिम्‍मा

नोएडा का बिजली चोरी रोकथाम थाना स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। इससे बिजली चोरी की रोकथाम भी राम भरोसे चल रही है। दो दारोगा के भरोसे करीब चार हजार मामलों की जांच का जिम्मा है। इससे बिजली चोरी के मामलों की विवेचना में विलंब हो रहा है।

By Ppradeep ChauhanEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 02:06 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 02:06 PM (IST)
स्‍टाफ की कमी होने से बिजली चोरी रोकथाम राम भरोसे , दो दारोगा को सौंपा चार हजार मामलों की जांच का जिम्‍मा
बिजली चोरी रोकथाम थाना में स्टाफ की कमी। प्रतीकात्‍मक चित्र ।

नोएडा [अजय चौहान ]। जिले का एक मात्र बिजली चोरी रोकथाम थाना स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। इससे बिजली चोरी की रोकथाम भी राम भरोसे चल रही है। वर्तमान में केवल दो दारोगा के भरोसे करीब चार हजार मामलों की जांच का जिम्मा है। इससे बिजली चोरी के मामलों की विवेचना में लगातार विलंब हो रहा है। बीते दो साल में दर्ज कुल मामलों में से करीब 33 फीसद मामलों का ही निपटारा हो पाया है। थाना प्रभारी जसपाल सिंह ने बताया कि बीते दो साल में करीब दस हजार रेड डाली गई। इसमें 6,039 मामलों में रिपोर्ट दर्ज की गई। इसमें से 1,630 मामलों का निपटारा किया गया, जबकि 443 मामलों में आरोप पत्र दर्ज कराया गया है।

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इस दौरान 7.58 करोड़ रुपये का राजस्व वसूला गया है। जिले में बिजली चोरी रोकने के लिए सितंबर 2019 में बिजली चोरी रोकथाम थाने की स्थापना की गई थी। इससे पहले बिजली चोरी के मामले संबंधित थानों में ही दर्ज होते थे। अब थाने में पर्याप्त स्टाफ न होने से मामलों के निस्तारण में समय लग रहा है। आरोप है कि स्‍टाफ की कमी के चलते थाने में काफी समस्‍याएं आ रही हैं ।

मीटर पास करने के मामले सबसे ज्यादा

उन्होंने बताया कि चोरी में सबसे ज्यादा मीटर पास करने के मामले शामिल हैं। खासकर अनधिकृत कालोनियों व ग्रामीण इलाकों में इस तरह के मामले पकड़ में आए हैं। जिले में सबसे ज्यादा मामले जेवर व ग्रेटर नोएडा व दादरी क्षेत्र में सामने आए हैं। जेवर में लाइनलास बीते साल की तुलना करीब 20 प्रतिशत जबकि ग्रेटर नोएडा में करीब 19 फीसद बढ़ गया है। इसके अलावा घरेलू कनेक्शन पर व्यावसायिक गतिविधि के भी मामले बड़ी संख्या में है। इसमें घर में दुकान व चक्की चलाने जैसे मामले शामिल है।

24 पद सृजित,15 की तैनाती

थाने में कुल 24 पद सृजित हैं, जबकि 15 की तैनाती है। वर्तमान में थाने में एक इंस्पेक्टर, दो सबइंस्पेक्टर, नौ हेड कांस्टेबल व तीन कांस्टेबल तैनात है। दारोगा के तीन व कांस्टेबल के छह पद खाली है। दारोगा के पद खाली होने से चोरी के मामलों की विवेचना में काफी समय लग रहा है।


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