देश की पहली इलेक्ट्रिक क्रेन, सिंगल चार्ज में 10 घंटे करेगी काम; डीजल से होने वाले प्रदूषण से मिलेगी राहत
इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है जो डीजल के मुकाबले 15-18 लाख रुपये अधिक है। लेकिन डीजल की खपत न होने से जो अधिक पैसा क्रेन को खरीदने में लगेगा इसकी भरपाई डेढ़ से दो वर्ष में हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। निर्माण कार्यों में उपयोग होने वाले भारी वाहनों में डीजल का ही बोलबाला रहा है, लेकिन अब निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली क्रेन इलेक्ट्रिक से भी संचालित होगी। फरीदाबाद स्थित ऐस कंपनी ने देश की पहली इलेक्ट्रिक मोबाइल क्रेन (ऐस एफ150-ईवी) को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में हो रहे बौमा कानेक्सपो में लांच किया है।
पूरी तरह से स्वदेश निर्मित इस क्रेन को चार्ज करने में आठ घंटे लगेंगे। एक बार पूरी तरह से चार्ज होने पर यह क्रेन 10-12 घंटे काम कर सकती है। 15 हजार किलोग्राम का भार उठाने की इसकी क्षमता है। डीजल से चलने वाली क्रेन के जितनी ही इसकी क्षमता भी है।
प्रतिघंटे पांच लीटर की खपत करती है डीजल क्रेन
कंपनी के कार्यकारी निदेशक सौरभ अग्रवाल ने बताया कि इसी क्षमता की डीजल क्रेन एक घंटे में पांच लीटर डीजल की खपत करती है। इलेक्ट्रिक क्रेन से डीजल का खर्च तो बचेगा ही साथ ही जो हानिकारक पार्टिकल्स व गैस डीजल इंजन से निकलते हैं उससे भी बचाव होगा। पर्यावरण संरक्षण में इसका अहम योगदान रहेगा।
नहीं लगाना पड़ेगा अलग से चार्जिंग सेटअप
सौरभ अग्रवाल ने बताया कि घरों में आमतौर पर लगने वाले 16 एम्पियर के स्विच में भी इसके चार्जिंग प्वाइंट को लगाया जा सकता है। इसके लिए अलग से इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे में चार्जिंग प्वाइंट पर होना वाला खर्च भी बचेगा।
इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये है, जो डीजल के मुकाबले 15-18 लाख रुपये अधिक है। लेकिन डीजल की खपत न होने से जो अधिक पैसा क्रेन को खरीदने में लगेगा इसकी भरपाई डेढ़ से दो वर्ष में हो जाएगी। अमेरिका, यूरोप और जापान की कंपनियों ने इलेक्ट्रिक से संचालित होने वाली इस क्रेन में रुचि दिखाई है।
बैट्री डिस्चार्ज का क्षमता पर नहीं पड़ेगा असर
क्रेन की बैट्री एक बार चार्ज होने पर 10 घंटे तक चलेगी। कंपनी अधिकारी ने बताया कि धीरे-धीरे बैट्री डिस्चार्ज होती जाएगी, लेकिन क्रेन पूरी क्षमता के साथ काम करती रहेगी। पूरी तरह से बैट्री डिस्चार्ज होने के करीब आधे घंटे पहले इसकी सूचना चालक को मिल जाएगी।