Coronavirus LockDown in Noida: नोएडा में 7 नए हॉटस्पॉट बने, अब 27 क्षेत्रों में रहेगा पुलिस का पहरा
Coronavirus LockDown in Noida कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन ने हॉट स्पॉट क्षेत्रों की संख्या 27 कर दी है। बुधवार को जिले में नए सात हॉट स्पॉट क्षेत्र बनाए गए।
नोएडा, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन ने हॉट स्पॉट क्षेत्रों की संख्या 27 कर दी है। बुधवार को जिले में नए सात हॉट स्पॉट क्षेत्र बनाए गए। जबकि पहले 22 में से चार क्षेत्रों को कुछ शतरें पर सूची से बाहर कर दिया। बताया गया कि हटाए गए चारों हॉट स्टॉप क्षेत्रों में 28 दिनों से सिर्फ एक-एक मरीज ही मिला है। यह सभी 27 हॉट स्पॉट लॉकडाउन अवधि तक सील रहेंगे। हाल ही में ही जिले के सेक्टर-पाई, ईटा, शताब्दी रेल विहार, फॉर¨टथ एवेन्यू गौर सिटी, कुलेसरा, बिश्नौली, व सेक्टर-93ए एल्डिगो में कोरोना के ताजा मामले सामने आए हैं। इन क्षेत्रों में सीजफायर और जमात से जुड़े केस पाए जाने से यहां आगे भी मरीज बढ़ने की संभावना है। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन सातों नए क्षेत्रों को हॉट स्पॉट करार देते हुए लॉकडाउन अवधि तक सील कर दिया है। अब जिले में 27 हॉटस्पॉट हो गए हैं।
इन क्षेत्रों को सूची से हटाया
सेक्टर-100 स्थित लोटस स्पेशिया, सेक्टर-41, सेक्टर-74 हाइड पार्क और सेक्टर-30 को सूची से कुछ शतरें के साथ हटा दिया गया है। डीएम सुहास एल वाइ का कहना है कि इन क्षेत्रों में कोरोना का सिर्फ एक-एक मरीज पाया गया है। वहीं सैंपलिंग के 28 दिनों बाद भी यहां कोई मरीज नहीं मिला है। यहां प्रशासन की विशेष नजर रहेगी, लेकिन अब इन्हें हॉटस्पॉट की श्रेणी की हटा दिया गया है।
जिले में कोरोना वायरस के फैलाव और बचाव के लिए जिला प्रशासन ने 413 रैपिड रिस्पांस टीमें बनाई हुई है। टीमें हॉटस्पॉट क्षेत्रों व इनके तीन किलोमीटर तक दायरे में घर-घर पहुंचकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है। अब तक टीमें 31 हजार 540 घरों में विजिट कर चुकी हैं और 9 लाख 91 हजार 839 लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं। बिगड़ते हालतों में सुधार के लिए डीएम सुहास एल वाइ (Suhas Lalinakere Yathiraj, District Magistrate of Gautam Buddha Nagar ) ने मरीजों की संख्या पर काबू पाने व वायरस के फैलाव को रोकने के लिए नई रणनीति शुरू की थी। इनमें रैपिड रिस्पांस टीमें सबसे अहम रहीं।
शुरुआत में प्रशासन ने 300 टीमों को मैदान में उतारा था, लेकिन मरीजों की संख्या में कमी न होने पर 113 टीमें और बनाई गई। एक टीम में स्वास्थ्य, प्रशासन के तीन-तीन लोगों को शामिल किया गया है। टीमों को जिले में बनाए गए 12 क्लस्टरों में उतारा गया है। प्रत्येक दिन टीमें एक लाख लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। यह टीमें अभी तक 957 यात्रा कर लौटे लोगों को खोज चुकी हैं।