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Noida Metro: उत्तर भारत में पहली बार ट्रांसजेंडर को समर्पित होगा कोई मेट्रो स्टेशन, मिलेगी विशेष सुविधाएं

एक्वा लाइन मेट्रो के सेक्टर-50 स्टेशन को ट्रांसजेंडरों के लिए समर्पित किया जाएगा। यहां ट्रांसजेंडर समुदाय को विशेष सुविधाएं दी जाएंगी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 07:27 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 07:33 PM (IST)
Noida Metro: उत्तर भारत में पहली बार ट्रांसजेंडर को समर्पित होगा कोई मेट्रो स्टेशन, मिलेगी विशेष सुविधाएं
Noida Metro: उत्तर भारत में पहली बार ट्रांसजेंडर को समर्पित होगा कोई मेट्रो स्टेशन, मिलेगी विशेष सुविधाएं

नोएडा, कुंदन तिवारी। नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) ने पूरे उत्तर भारत में अपनी तरह की एक अनोखी पहली शुरू करने जा रहा है। इसके तहत नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो के सेक्टर-50 स्टेशन को ट्रांसजेंडरों के लिए समर्पित किया जाएगा। यहां ट्रांसजेंडर समुदाय को विशेष सुविधाएं दी जाएंगी। रोजगार के अवसर भी दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य समाज में ट्रांसजेंडरों की भूमिका को बढ़ावा देना है।

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बता दें कि 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 4.9 लाख ट्रांसजेंडर है। जिनमें 30 से 35 हजार एनसीआर क्षेत्र में रहते है।

एनएमआरसी की निदेशक रितु माहेश्वरी ने बताया कि यह ट्रांसजेंडर स्टेशन भी पिंक स्टेशन की तर्ज पर होगा। पिंक स्टेशन का उद्घाटन 8 मार्च 2020 को किया गया था। जिसमें एनएमआरसी ने महिलाओं के लिए खास इंतजाम किए थे। इसी तर्ज पर सेक्टर-50 स्टेशन ट्रांसजेंडरों को समर्पित होगा। हालांकि यह सभी प्रकार के यात्रियों के लिए खुला रहेगा। इस स्टेशन पर बने शौचालयों के स्ट्रक्चर में बदलाव किया जाए साथ ही ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अलग सुरक्षा जांच पर विचार किया जा रहा है।

ट्रांसजेंडरों के लिए यह होंगी सुविधाएं

  • एनएमआरसी द्वारा अपने स्टेशनों व ट्रेनों के अंदर सूचनाओं व घोषणाओं के जरिए ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की पहल की जाएगी।
  • नोएडा मेट्रो अपने स्टॉफ को ट्रांसजेंडर समुदाय से सौहार्दपूर्ण और संवेदनशील तरीके से व्यवहार करें। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
  • एनएमआरसी टिकट काउंटरों व अन्य क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
  • इसके लिए ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को मेट्रो स्टॉफ की तर्ज पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • इसके लिए विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों से बातचीत की जा रही है। ताकि ट्रांसजेंडर समुदाय की चुनौतियों को कम किया जा सके।

एनएमआरसी का दावा है कि उत्तर भारत में किसी भी मेट्रो सिस्टम की तरफ से अपनी तरह की यह अनूठी पहल है। फिलहाल यह व्यवस्था कब से लागू की जाएगी इसकी जानकारी अभी तक सामने नही आ पायी है। 


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