मोती गोयल हत्याकांड में सौ लोग पुलिस रडार पर
जागरण संवाददाता, नोएडा : मोती गोयल हत्याकांड में पुलिस ने सौ लोगों को अब तक चिह्नित कि
जागरण संवाददाता, नोएडा : मोती गोयल हत्याकांड में पुलिस ने सौ लोगों को अब तक चिह्नित किया है। इनसे मोती गोयल का कभी न कभी कोई विवाद रहा है। पुलिस 35 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। उधर, हत्याकांड में नामजद अनिल, विजय उसके भाई विक्रम और ब्रजपाल को पकड़ने के लिए लगातार दबिश जारी है।
मोती की मौत से कई लोगों को आर्थिक फायदा : पुलिस को अब तक की जांच में पता चला है कि मोती गोयल की मौत से कई लोगों को आर्थिक फायदा हुआ है। इसमें ऐसे लोग शामिल हैं, जिनका मोती से जमीन या फर्जीवाड़े में विवाद रहा है। इसमें 50 से ज्यादा बड़े अधिकारी और राजनेता भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार मोती के ¨जदा रहने और गवाही में प्रभावशाली लोगों के नाम लेने से कई लोगों को खतरा था। मोती की मौत के बाद ऐसे लोगों ने राहत की सांस ली है। इस एंगल से भी मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी से नहीं मिला कोई सुराग : मोती गोयल हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस टीम ने बरौला तिराहे, बरौला मार्केट और भंगेल से सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिग ली थी। हालांकि पुलिस को इन सीसीटीवी रिकॉर्डिग से कोई मदद नहीं मिली है। पुलिस नोएडा के बरौला गांव से लेकर नवयुग मार्केट गाजियाबाद स्थित मोती के घर के बीच लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिग खंगाल रही है। स्केच बनवाने का भी नहीं है विकल्प : मोती गोयल के हत्यारों को तलाश रही पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है। यहां तक कि पुलिस के पास हमलावरों का स्केच बनवाने का भी विकल्प नहीं है। घटना के वक्त मोती गोयल के प्लॉट पर ही 15 लोग मौजूद थे, लेकिन पुलिस पूछताछ में सबने बदमाशों को देखने से इंकार कर दिया। पुलिस को एक शूटर की शारीरिक बनावट पहलवान जैसी होने की जानकारी मिली है। लेकिन उसका चेहरा किसी ने नहीं देखा है, इस वजह से पुलिस उसका स्केच भी नहीं बनवा पा रही है। इससे पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।