एनईओडब्ल्यू के गठन के साथ ही 250 मामले होंगे ट्रांसफर
दिल्ली की तर्ज पर गौतमबुद्धनगर में पहली बार गठित हुए नोएडा आर्थिक अपराध शाखा (एनईओडब्ल्यू) में ढाई सौ से अधिक केस जांच के लिए पहली बार ट्रांसफर किये जाएंगे। जिले के सभी कोतवाली में आर्थिक अपराध से जुड़ी दर्ज एफआईआर व लिखित शिकायतों की लिस्ट तैयार करने का काम शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : दिल्ली की तर्ज पर गौतमबुद्ध नगर में पहली बार गठित हुए नोएडा आर्थिक अपराध शाखा (एनईओडब्ल्यू) में ढाई सौ से अधिक केस जांच के लिए पहली बार ट्रांसफर किये जाएंगे। जिले के सभी कोतवाली में आर्थिक अपराध से जुड़ी दर्ज एफआइआर व लिखित शिकायतों की लिस्ट तैयार करने का काम शुरू हो गया है। शुरुआती दौर में ही ढाई सौ से अधिक मामले चिह्नित किये जा चुके हैं। जल्द ही यह सभी केस एनईओडब्ल्यू को ट्रांसफर होंगे। मालूम हो कि शनिवार को एसएसपी वैभव कृष्ण ने एनईओडब्ल्यू का गठन करते हुए प्रभारी निरीक्षक शिलेश कुमार के साथ पुलिस लाइन में तैनात रहे 14 अन्य इंस्पेक्टरों की नियुक्ति एनईओडब्ल्यू में की थी। यही इंस्पेक्टर विभिन्न कोतवाली से ट्रांसफर होकर आने वाले सभी केसों की जांच शुरू करेंगे। एनईओडब्ल्यू का सूरजपुर में होगा कार्यालय -
एनईओडब्ल्यू का कार्यालय सूरजपुर स्थित एसएसपी कार्यालय परिसर में ही होगा। पुलिस लाइन से इस शाखा को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। सोमवार को ग्रेटर नोएडा में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद इस शाखा को शुरू करने की तैयारी शुरू होगी। इस शाखा के कामकाज शुरू करने के बाद आर्थिक अपराध से जुड़े जो मामले यहां ट्रांसफर होंगे उन मामलों में एफआइआर दर्ज कराने वाले पीड़ितों को सूचित किया जाएगा। वहीं आगे एसएसपी, एसपी सिटी व एसपी देहात के पास आने वाले आर्थिक अपराध के मामले सीधे इस शाखा को ट्रांसफर होंगे। शहर व देहात क्षेत्र के दो क्षेत्राधिकारी रखेंगे नजर -
एनईओडब्ल्यू में आने वाली शिकायतों की जांच की निगरानी के लिए दो क्षेत्राधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। एसएसपी ने बताया कि नगर क्षेत्र की शिकायतों की जांच की निगरानी क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम व देहात क्षेत्र के मामलों की जांच की निगरानी क्षेत्राधिकारी ग्रेटर नोएडा प्रथम करेंगे। स्थानीय पुलिस का अपराध नियंत्रण से भटकता था ध्यान -
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आर्थिक अपराध की बड़ी संख्या में शिकायतें हर रोज कोतवाली में पहुंचती हैं। बिल्डर बायर से जुड़े दर्जनों मामले हर रोज सामने आते हैं। इन शिकायतों की जांच में स्थानीय पुलिस उलझ जाती थी और अपराध नियंत्रण से ध्यान भटक जाता था। अब कोतवाली में आने वाले आर्थिक अपराध के सभी मामलों को एनईओडब्ल्यू में तत्काल ट्रांसफर कर दिया जाएगा। स्थानीय पुलिस की जिम्मेदारी अपराध नियंत्रण की होगी।
-- एनईओडब्ल्यू को ट्रांसफर करने के लिए करीब ढाई सौ मामले चिह्नित किये गए हैं। सूरजपुर स्थित दफ्तर परिसर में इस शाखा का कार्यालय होगा। इस शाखा के गठन होने के बाद भी साइबर सेल व क्राइम ब्रांच पहले की तरह काम करेगा।
वैभव कृष्ण, एसएसपी