जागरण आपके द्वार- सेक्टर-52
सेक्टर-52 शहर में के नए सेक्टरों में से एक है। निवासियों के अनुसार 2001 से लोगों ने यहां आकर बसना शुरू किया था। इस सेक्टर में पांच ब्लॉक है और 4 सोसायटियां है। यहां करीब 10 पार्क है। पूरे सेक्टर में 2400 मकान है व आबादी 12 हजार हैं। सेक्टर में आने जाने के लिए कुल 7 गेट हैं, जिसमें से गेट नंबर 6 और 2 हमेशा खुले रहते है।
जागरण संवाददाता, नोएडा: सेक्टर-52 शहर में, नए सेक्टरों में से एक है। निवासियों के अनुसार 2001 से लोगों ने यहां आकर बसना शुरू किया था। इस सेक्टर में पांच ब्लॉक हैं और 4 सोसायटियां हैं। यहां करीब 10 पार्क हैं। पूरे सेक्टर में 2400 मकान है व आबादी 12 हजार है। सेक्टर में आने जाने के लिए कुल 7 गेट हैं, जिसमें से गेट नंबर 6 और 2 हमेशा खुले रहते हैं। सेक्टर के बी ब्लॉक में बाजार है इसके अलावा यहां एक सामुदायिक केंद्र भी है। शहर के ग्रेड वन सेक्टर होने के बावजूद भी यह अव्यवस्थाओं का शिकार है। निवासियों के लिए अतिक्रमण नासूर बना हुआ है। व्यावसायिक वाहनों को सेक्टर के अंदर पार्क किया जा रहा है जिससे निवासी काफी परेशान हैं। इसके साथ ही यहां पर कई ऐसी समस्याएं हैं जिनकी तरफ शिकायत करने के बावजूद अधिकारियों का ध्यान नहीं गया है।
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इतिहास
सेक्टर-52 की स्थापना 1998 में की गई थी। इसके बाद 2002 में आरडब्ल्यूए का गठन किया गया। यहां पर पहले पांच ब्लॉक थे जिसमें कोठियां थी। लेकिन जैसे जैसे समय बितता गया सोसायटियों का निर्माण शुरू हुआ। सेक्टर में श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों की स्थापना भी की गई।
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विशेषता
इस सेक्टर में विभिन्न देवी देवताओं के मंदिर हैं। खास बात यह है कि यह शहर का सेंट्रल सेक्टर है। इसके अलावा यहां पर प्राइवेट स्कूल भी है। निवासियों के अनुसार सेक्टर में बना सामुदायिक केंद्र शहर के सबसे अच्छे सामुदायिक केंद्र में से एक हैं। मेट्रो स्टेशन पास होने के चलते निवासियों के लिए आने जाने की सुविधा भी है।
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सेक्टर में पार्क किए जाते है कमर्शियल वाहन
सेक्टर-52 व गिझौड़ के बीच सड़क किनारे बनाए गए अवैध पार्किंग से निवासी परेशान हैं। निवासियों का कहना है कि यहां व्यवसायिक वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। वहीं सड़क किनारे असामाजिक तत्व सक्रिय रहते हैं। पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह गोरखधंधा चल रहा है। निवासियों के अनुसार कई बार संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी सूचित किया गया है लेकिन आश्वासन के बाद भी सुधार की जहमत नहीं उठाई गई।
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खुले नाले की समस्या से परेशान निवासी
सेक्टर के सामुदायिक केंद्र के बाहर खुले पड़े नाले के चलते निवासी काफी परेशान हैं। निवासियों का कहना है कि लोगों को कई सालों से खुले नाले की दुर्गंध से निजात नहीं मिली है। हर बार नेताओं की ओर से यहां रहने वाले लोगों को आश्वासन तो दे दिया जाता है लेकिन यह आश्वासन कभी हकीकत में तब्दील नहीं हुआ है। पिछले साल जनसंवाद के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि इस सेक्टर को आदर्श सेक्टर के रूप में विकसित किया जाएगा लेकिन यहां तो समस्याएं सुनने को ही कोई तैयार नहीं।
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चारदीवारी की मांग कर रहे निवासी
निवासियों का कहना है कि सेक्टर में दीवार का कार्य पूरा न होने के चलते अतिक्रमण बढ़ता जा रहा हैं। शिकायत करने के बाद भी दीवार का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। इसके अलावा प्राधिकरण ने भूखंडों का आवंटन करते समय तमाम सुविधा देने का वादा किया था लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी हम सुविधाओं से वंचित हैं।
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सेक्टरवासियों के लिए अतिक्रमण नासूर बना हुआ है। इसके अलावा व्यवसायिक वाहनों की पार्किंग से लोगों को काफी दिक्कत होती है। प्राधिकरण को इस तरफ विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
अमरीश त्यागी, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष
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सेक्टर में आवारा कुत्तों के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। कुत्तों की समस्या के चलते सुबह व शाम के समय लोगों का बाहर घूमना भी मुश्किल हो जाता है।
आर के शर्मा, आरडब्ल्यूए महासचिव
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पिछले करीब तीन सालों में केवल एक बार ही पेड़ों की छंटाई की गई हैं। यह भी कर्मचारियों द्वारा केवल खानापूर्ति के लिए की गई थी।
एमएस रावत, निवासी
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सेक्टर में लोगों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। यहां आसपास के सेक्टरों से लोग आ कर किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। सेक्टर में पुलिस गश्त भी नाममात्र के लिए होती है।
राजन खुराना, निवासी
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सेक्टर में लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इससे शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। इससे महिलाओं व बच्चों को निकलने में परेशानी होती है।
रवि गुप्ता, निवासी
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हर समय सेक्टर में कुत्तों का जगह-जगह जमावड़ा लगा रहा है। इसके अलावा पुलिस प्रशासन को लोगों की सुरक्षा की भी कोई परवाह नहीं है। गंदे नाले को भी जल्द ही बंद किया जाना चाहिए।
निर्मला, निवासी
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प्राधिकरण व नेताओं से समस्याओं को लेकर जब भी बात की जाती है सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिलता। अधिकारियों के दौरा करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे लोगों में काफी रोष है।
एन एस चौहान, निवासी
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सेक्टर की सभी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा। साथ ही सेक्टर में गंदे नाले को ठीक करने के भी आदेश दिए जाएंगे। ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
राजीव त्यागी, प्राधिकरण महाप्रबंधक
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जागरण सुझाव
-सेक्टर से अतिक्रमण हटाया जाए
-पार्कों का सुंदरीकरण किया जाए
-पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए
-आवारा कुत्तों को निकाला जाए
-पेड़ों की कटाई छंटाई समय पर की जाए
-स्ट्रीट लाइटें दुरुस्त की जाएं
- चारदीवारी का निर्माण किया जाए