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शहर के सभी आवसीय क्षेत्र से कूड़ा उठना शुरू होने में दो से तीन माह का समय लगेगा

आज से सेक्टर-14, 49, 50, 51, 137 व अगाहपुर गांव कूड़ा डोर टू डोर उठाने का काम शुरु किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 12:42 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 12:42 AM (IST)
शहर के सभी आवसीय क्षेत्र से कूड़ा उठना शुरू होने में दो से तीन माह का समय लगेगा
शहर के सभी आवसीय क्षेत्र से कूड़ा उठना शुरू होने में दो से तीन माह का समय लगेगा

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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आज से सेक्टर-14, 49, 50, 51, 137 व अगाहपुर गांव में कूड़ा डोर टू डोर उठाने का काम शुरु किया जाएगा। इन सभी स्थानों पर 10406 मकान हैं। इन जगह से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को बुधवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया गया। शहर के सभी आवसीय क्षेत्र से कूड़ा उठना शुरू होने में दो से तीन माह का समय लगेगा। औद्योगिक, संस्थागत व व्यावसायिक सेक्टरों में इस व्यवस्था को लागू होने में एक साल तक का समय लगेगा।

सेक्टर-6 इंदिरा गांधी कला केंद्र में बुधवार को प्राधिकरण के चेयरमैन आलोक टंडन ने कूड़ा उठाने वाली 30 छोटी गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद गाड़ियां और कंपनी के कर्मचारी संबंधित छह सेक्टर व गांव में पहुंचे। यहां पर उन्होंने दो डस्टबिन में कूड़ा रखने के लिए लोगों को जागरूक किया। बृहस्पतिवार से इन जगह कूड़ा उठाने की शुरुआत कर दी जाएगी। करीब दो सप्ताह तक ट्रायल के दौरान खामियों को दूर किया जाएगा। आवासीय क्षेत्र में अधिकतम 150 और अन्य क्षेत्र की संपत्तियों में अधिकतम 5 हजार रुपए प्रति महीना शुल्क लोगों से लिया जाएगा।

नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी राजेश ¨सह का कहना है कि लोगों को खुद ही गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग रखना होगा। गीला कूड़ा वह अपने आरडब्ल्यूए स्तर से खाद बनाने में प्रयोग कर सकते हैं। दो से तीन माह में लोगों से कूड़ा उठाने का शुल्क लेना शुरू कर दिया जाएगा।

10 साल के लिए 306 करोड़ का ठेका : घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए प्राधिकरण ने एजी इनवायो कंपनी से करार किया है। इसको 306 करोड़ 60 हजार में 10 साल का ठेका दिया गया है। इस हिसाब से हर माह करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा कंपनी लोगों से कूड़ा उठाने का शुल्क भी वसूलेगी। अधिकारियों ने बताया कि कंपनी को 1400 रुपये प्रति टन कूड़े के हिसाब से पैसा दिया जाएगा। कूड़ा तोलने के लिए सेक्टर-145 में मशीन लगाई गई है। अभी प्राधिकरण पूरी सफाई व्यवस्था पर साल में 70 से 80 करोड़ रुपये खर्च करता है। इसमें कूड़ा उठाने में 15 करोड़ के आसपास ही खर्चा आता है। कई तरह से भुगतान की सुविधा मिलेगी : कूड़ा शुल्क देने के लिए लोगों को कंपनी नगद, पेटीएम व कार्ड से भुगतान करने की सुविधा देगी। इसकी कंपनी ने तैयारी शुरू कर दी है। खुले में ढलाव घर समाप्त होंगे : शहर में जगह-जगह कूड़ा रखने के लिए बने खुले में ढलाव घर समाप्त कर दिए जाएंगे। इनकी जगह करीब 22 आधुनिक कॉम्पेक्टर स्टेशन बनाए जाएंगे जो पूरी तरह से ढके होंगे।


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