उत्तराखंड की जड़ी-बूटी से होगा बेरोजगारी का उपचार
अजब सिंह भाटी ग्रेटर नोएडा उत्तराखंड में मिलने वाली जड़ी-बूटी का सदियों से उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है। अब यह बेरोजगारी को दूर करेगी। लॉकडाउन में नौकरी गवां चुके उत्तराखंड के लोग के लिए यही जड़ी-बूटी कमाई का रास्ता खोलेंगी। जड़ी-बूटी के साथ मसाले फल व उत्तराखंड के खास स्थानीय व्यंजन भी रोजगार का स्रोत बनेंगे। बेरोजगार हो चुके लोग को रोजगार देने के लिए यह पहल की गई है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले उत्तराखंड के निवासियों ने इस मुहिम को परवान चढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर अतुल्य उत्तराखंड फोरम का गठन किया है।
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा
उत्तराखंड में मिलने वाली जड़ी-बूटी का सदियों से उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है। अब यह बेरोजगारी को दूर करेगी। लॉकडाउन में नौकरी गवां चुके उत्तराखंड के लोग के लिए यही जड़ी-बूटी कमाई का रास्ता खोलेंगी। जड़ी-बूटी के साथ मसाले, फल व उत्तराखंड के खास स्थानीय व्यंजन भी रोजगार का स्रोत बनेंगे। बेरोजगार हो चुके लोग को रोजगार देने के लिए यह पहल की गई है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले उत्तराखंड के निवासियों ने इस मुहिम को परवान चढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर अतुल्य उत्तराखंड फोरम का गठन किया है।
उत्तराखंड के पहाड़ बेशकीमती जड़ी-बूटी का खजाना हैं। लोग इनकी खेती भी करते हैं, लेकिन जो लोग यहां आकर नौकरी में रम गए, उन्होंने इस कारोबार के बारे में कभी गंभीरता से नहीं सोचा। कोरोना संक्रमण काल में लोग की जब नौकरी गई तो उन्हें अपने क्षेत्र की इस खासियत को रोजगार का जरिया बनाने का विचार आया है। कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटी, मसालों की मांग काफी बढ़ गई है। इसे देखते हुए उत्तराखंड के निवासियों ने फोरम का गठन कर स्वरोजगार स्थापित कराने का फैसला लिया है। विभिन्न सोसायटियों में रह रहे उत्तराखंड के निवासियों ने सोमवार को एक वेबिनार का आयोजन किया। चर्चा के दौरान सामने आया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में करीब पांच हजार से अधिक उत्तराखंड के लोग रह रहे हैं। महामारी के कारण सैकड़ों लोग बेरोजगार होकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर ग्रेनो वेस्ट के निवासियों ने फोरम का गठन किया। इसके तहत बेरोजगारों को उत्तराखंड की जड़ी-बूटियों के साथ-साथ वहां की दाल, मसाले, घी, जूस, फल आदि का व्यापार कराने का फैसला किया गया है। फोरम इसमें लोग की मदद करेगा।
वेबिनार में वरिष्ठ समाजसेवी चारू तिवारी, प्रकाश कोटिया व संजय नैलवाल, कृषि विशेषज्ञ हीरा सिंह बिष्ट, डॉक्टर बिहारी लाल जालंधरी, राजेंद्र भंडारी, हेमचंद तिवारी, मनोज जोशी, अनिल पुंडीर, नवीन डालाकोटी, पुरुषोत्तम सत्ती ने हिस्सा लिया।