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ग्रीन पटाखों से मनेगी दीपावली, लाइसेंस के लिए आवेदन मांगे

इस बार ग्रीन पटाखों के साथ आप दीपावली का पर्व मना सकेंगे। जिला प्रशासन ने ग्रीन पटाखों की बिक्री करने वालों को लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पीइएसओ से मान्यता प्राप्त फैक्ट्रियों से ही ग्रीन पटाखे खरीदे जा सकेंगे। एफिडेविट के साथ आवेदन पर ही ग्रीन पटाखे बेचने का लाइसेंस मिलेगा। पुलिस व प्रशासन पटाखों पर दिए गए बार कोड की मदद से उसके नकली होने की जांच कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 09:44 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:22 AM (IST)
ग्रीन पटाखों से मनेगी दीपावली, लाइसेंस के लिए आवेदन मांगे
ग्रीन पटाखों से मनेगी दीपावली, लाइसेंस के लिए आवेदन मांगे

- दुकानदार पीइएसओ से मान्यता प्राप्त फैक्ट्रियों से ही खरीद सकेंगे पटाखे, बॉर कोड से होगी जांच

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जागरण संवाददाता, नोएडा :

इस बार ग्रीन पटाखों के साथ आप दीपावली का पर्व मना सकेंगे। जिला प्रशासन ने ग्रीन पटाखों की बिक्री करने वालों को लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पीइएसओ से मान्यता प्राप्त फैक्ट्रियों से ही ग्रीन पटाखे खरीदे जा सकेंगे। ऐसे में दुकानदारों को एफिडेविट के साथ आवेदन करने पर ही ग्रीन पटाखे बेचने का लाइसेंस मिलेगा। पुलिस व प्रशासन पटाखों पर दिए गए बार कोड की मदद से उसके नकली होने की जांच कर सकेंगे।

सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि पटाखों की बिक्री पर रोक है। उसकी जगह ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति है। सुप्रीम कोर्ट ने पेट्रोलियम व विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीइएसओ) को ग्रीन पटाखों के मानक को निर्धारित करने का अधिकार दिया था। अभी तक पीइएसओ से कोई निर्देश नहीं मिलने की वजह से ग्रीन पटाखे बेचने के लिए लाइसेंस नहीं जारी किया जा रहा था। लेकिन अब पीइएसओ से आदेश मिल गया है। पीइएसओ से देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित 115 फैक्ट्रियों को ग्रीन पटाखे बनाने के लिए अनुमति दी है। दुकानदार सिर्फ मान्यता प्राप्त फैक्ट्रियों से ही ग्रीन पटाखे खरीद कर बेच सकेंगे। इसके लिए दुकानदारों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।

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ग्रीन पटाखों के महंगे मिलने की आशंका: पीइएसओ से जारी लिस्ट में उत्तर प्रदेश की एक भी फैक्ट्री नहीं है, जिन्हें ग्रीन पटाखे बनाने की अनुमति दी गई है। ज्यादातर फैक्ट्रियां तमिलनाडु की हैं। इसके अलावा कुछ फैक्ट्रियां मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व हरियाणा में स्थित हैं। दुकानदारों को अपनी सुविधा के अनुसार इन्हीं 115 फैक्ट्रियों से ही ग्रीन पटाखे खरीदने होंगे। दूर से खरीद कर लाने की वजह से भाड़ा समेत अन्य खर्चे बढ़ जाएंगे। लिहाजा बाजार में ग्रीन पटाखे महंगे बेचे जाएंगे।


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