जनसुनवाई में करौली बांगर के किसानों ने दर्ज कराई आपत्ति
संस जेवर करौली बांगर गांव में मंगलवार को एयरपोर्ट के दूसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के
संस, जेवर:
करौली बांगर गांव में मंगलवार को एयरपोर्ट के दूसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जहां किसानों ने अधिकारियों को अपनी आपत्ति दर्ज कराई। दूसरे चरण में किसान अपनी मांग को लेकर अड़े हैं। ग्रामीणों ने सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम पर बगैर सर्वे किसानों का नाम लिस्ट में लिखने का आरोप लगाया है।
जनसुनवाई में बड़ी संख्या में शामिल हुए किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। ग्रामीणों ने कहा कि गांव नंगला हुकुम सिंह को विस्थापित नहीं किया जाना है। आरोप है कि ग्रामवासियों को प्रशासन ने सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने की मौखिक जानकारी दी है। किसानों ने प्रस्ताव की प्रति की मांग की। किसानों ने आरोप लगाया कि अभी गांव का सर्वे नहीं किया गया है। सर्वे कराकर खेतों में बने मकानों को आबादी में दर्ज कराने की मांग की। ग्राम समाज की जमीन, चकरोड, नालियां आदि को भी ग्रामवासियों के लिए आरक्षित करने की मांग की। उनका कहना है कि यह जमीन चकबंदी में किसानों से ही ली गई थी। गांव के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी, ग्रामीण क्षेत्र मानकर सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने की मांग की। इस मौके पर विजय पाल सिंह, ईश्वर पाल, विजय वीर, उदयवीर, विजेंदर, रणवीर, धर्मेंद्र, सुनील, विपिन आदि किसान मौजूद रहे। जेवर बांगर में विस्थापित होने को तैयार नहीं ग्रामीण
एयरपोर्ट के दूसरे चरण से प्रभावित लोगों ने अपनी मांगों पूरी हुए बिना विस्थापित होने से इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि वे जेवर बांगर में विस्थापित नहीं होना चाहते। दूसरे चरण के ग्रामीण रबूपुरा क्षेत्र में पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।